बाबा साहब ने संविधान निर्माण में दिया अतुलनीय योगदान
फतेहपुर, मो. शमशाद । डॉ भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस अवसर पर कांग्रेस कार्यालय ज्वालागंज में कांग्रेसियों ने एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर उनके जीवन चरित्र व देश के संविधान निर्माण में उनके योगदान का उल्लेख करते हुए उन्हें याद किया। आयोजन में जिलाध्यक्ष महेश द्विवेदी ने बताया कि डॉ अंबेडकर एक दलित महर जाति में जन्म लेकर अस्पृश्यता का सामना करते हुए उच्च शिक्षा प्राप्त की। देश के संविधान निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि अंबेडकर जी का मुख्य नारा शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो था जिसका खुद उन्होंने अनुसरण किया और देश के पहले कानून मंत्री बने। उन्होंने सदैव दलित व निर्धन
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| बाबा साहब के चित्र पर पुष्प अर्पित करते कांग्रेसी। |
असहाय लोगों के लिए एक मसीहा बनकर समाज में ससम्मान स्थापित करने का प्रयास किया जिसे भुलाया नहीं जा सकता। सभा में शहर अध्यक्ष मो. आरिफ गुड्डा ने कहा कि शुरुवाती दौर पर डॉ बाबा साहब ने तमाम छुआछूत का सामना करते हुए भी विदेश पहुंच कर कोलंबिया विश्व विद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की उपाधि हासिल कर पहला दर्जा प्राप्त किया जो उनके संघर्ष का प्रमाण है। उन्होंने आगे कहा कि डॉ अंबेडकर एक प्रोफेसर के साथ अच्छे वकील थे जिनकी काबिलियत से प्रभावित होकर पंडित जवाहर लाल नेहरू ने संविधान निर्माण समिति में एक सीट खाली कराकर उन्हें स्थान दिया जिन्होंने आगे चलकर संविधान निर्माण में अपना अतुलनीय योगदान दिया। आयोजित कार्यक्रम में मुख्य रूप से पार्टी प्रवक्ता ई.देवी प्रकाश दुबे, राम नरेश महराज, ओम प्रकाश कोरी, आदित्य श्रीवास्तव, बीरेंद्र गुप्ता, सैयद सहाब अली, सुदेश पांडेय, चौधरी मोइन राइन, अकरम काले, डॉ हमीद अहमद, शकीला बानो, अजय बच्चा, कौशल कुमार शुक्ला, नजमी कमर, हम्माद हुसैन, धर्मेंद्र सिंह, नफीस खान, उस्मान बेग मौजूद रहे।


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