ज्यादा से ज्यादा पियें पानी
पहाड़ी/चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । भीषण गर्मी से अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के बढ़े मरीजों को डा उदयप्रताप सिंह ने धूप से बचाव की सलाह दी है। उन्होंने ऐसे मरीजों को जमकर पानी पीने की भी राय दी है। सोमवार को मई के अन्तिम सप्ताह में गर्मी ने रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। भीषण गर्मी में थोड़ी लापरवाही से लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहाड़ी में प्रतिदिन करीब चार से पांच सैकड़ा मरीज आ रहे हैं। इस बाबत प्रभारी चिकित्साधिकारी डा उदय प्रताप सिंह ने बताया कि लोग थोड़ी सी सावधानी बरतें तो अस्पताल न आना पड़े। हीट स्ट्रोक के मरीज ज्यादा हैं। जो उल्टी-दस्त व पेट दर्द से परेशान हैं। ऐसे मरीज सवेरे-शाम घर से बाहर न निकलें। फुल कपड़े पहने, ताकि शरीर ढका रहे। पानी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। तेल मसाला वाली चीजों का सेवन न करें।
गर्मी से बचाव को सलाह देते डाॅक्टर। |
डा दीपक यादव ने बताया कि भीषण गर्मी में लोग घरों में आराम करें। तरल पदार्थ गन्ने का जूस, पानी, नारियल पानी, नींबू पानी का सेवन करें। पेट दर्द, उल्टी, दस्त की समस्या हो तो नजदीकी अस्पताल में इलाज करायें। पानी का सेवन ज्यादा करें, ताकि डिहाइड्रेशन की समस्या न हो। डिहाइड्रेशन को रिकवर करना मुश्किल होता है। जरुरी हो तभी घर से बाहर सिर पर गमछा लपेटकर निकलें। महिला डा मोहिनी रायकवार ने गर्भवती महिलाओं को सलाह दी कि गर्मी के मौसम में गर्भवती महिलाओं को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं को ठंडी चीजों का सेवन ज्यादा करना चाहिए। हरी सब्जियां खायें, फल का सेवन अधिक करें। खाने में सलाद जरूर लें। भारी सामान न उठायें। सवेरे-शाम टहलने जाना चाहिए। ज्यादा तेल मसाला से बने खाद्य पदार्थ का सेवन न करें।
आयुष चिकित्सक डा सुधीर कुमार ने बताया कि मई से जुलाई तक हर नागरिक को चावल, जौ, मूंग, मसूर, धनिया, जीरा, अदरक, ठंडे व मीठे पदार्थ व बेल का शर्बत, सेतुवा, छाछ आदि का सेवन करना चाहिए। खरबूजा, तरबूज, खीरा, ककड़ी, लीची, गन्ना, नींबू, संतरा, अनार, जलजीरा, कच्चे आम का प्रयोग अधिक करें। सूती कपड़े पहनें। ठंडी जगह पर रहे। धूप में न निकलें। बार- बार पानी का सेवन करें। दिन में आराम करें। सुगंधित द्रव्य का प्रयोग करें। धूप में निकलने से पहले पानी का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें। गर्मी के मौसम में तीखे नमकीन, तले पदार्थ, तेल मसाला, मैदा, बेसन से बने भारी खाद्य पदार्थ अहितकर हैं। धूप में परिश्रम, व्यायाम, प्यास रोकना, रेशमी कपड़े पहनना, कृत्रिम सौंदर्य प्रसाधन, प्रदूषित जल का सेवन अहितकर है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहाड़ी में तैनात सभी डाक्टरो ने लोगों से भीषण गर्मी में पानी का सेवन ज्यादा करने व धूप में बाहर निकलने से मना किया है।
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