बहुआ ब्लाक में मासिक पेरोल जमा करने पर होती वसूली
एडीओ पंचायत की मिलीभगत से वसूली का कार्य करते ब्लाक में तैनात सफाई कर्मी
फतेहपुर, मो. शमशाद । भ्रष्टाचार इतना बढ़ गया है कि अब सरकारी कर्मचारियों को वेतन लेने के लिए अपने ऊपर के अधिकारियों को सुविधा शुल्क देना पड़ता है। कुछ ऐसा ही हाल जिले की ग्राम सभाओं में साफ-सफाई का काम करने वाले सफाई कर्मियों का है। वेतन लेने के लिए इनको मासिक पेरोल जमा करने के दौरान एडीओ पंचायत को सुविधा शुल्क देना पड़ता है। बताते चले कि जिले के 13 ब्लाकों में इस तरह की उगाही का खेल चल रहा है। यह खेल ब्लाक में तैनात कुछ सफाई कर्मचारियों की मिलीभगत से एडीओ पंचायत द्वारा खेला जाता है। कलेक्ट्रेट आए बहुआ ब्लाक के कुछ सफाई कर्मियों ने बताया कि उनके ब्लाक क्षेत्र की सभी 59 ग्राम सभाओं में लगभग 112 सफाई कर्मचारियों की तैनाती है। इन सभी सफाई कर्मचारियों से प्रत्येक माह वेतन भुगतान के लिए मासिक पेरोल जमा करने के दौरान 500 रुपए की वसूली की जाती है। इस वसूली के कार्य को ब्लाक कार्यालय में
बीडीओ कार्यालय। |
तैनात सफाई कर्मचारियों द्वारा ही अंजाम दिया जाता है। इन सफाई कर्मचारियों के सिर पर एडीओ पंचायत का हाथ रहता है क्योंकि यह सफाई कर्मचारी वसूली करके एडीओ पंचायत को ही देते हैं। इसके बदले इनको ब्लाक कार्यालय में ही तैनाती दे दी जाती है। जो सफाई कर्मचारी सुविधा शुल्क नहीं देते हैं उनकी तैनात ब्लाक क्षेत्र के दूरस्थ गांवों में कर दी जाती है और वेतन भुगतान के लिए चक्कर पर चक्कर कटवाए जाते हैं। ब्लाकों में व्याप्त इस भ्रष्टाचार का सफाई कर्मचारी हर महीने शिकार हो रहा है। पीड़ितों की गुहार है कि जिले के अधिकारी इस ओर ध्यान देकर ब्लाक के भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाएं, जिससे सफाई कर्मचारी पीड़ामुक्त होकर ईमानदारी से अपना काम कर सकें।
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