प्रधान-सचिव की लापरवाही
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । प्रदेश सरकार के गौवंशों के संरक्षण व भरण- पोषण को भरपूर धनराशि दी जा रही है। प्रधान-सचिव की लापरवाही से बेजुबान गौवंश भूख-प्यास से तड़प- तड़प कर जान दे रहे हैं। सोमवार को ऐसा ही नजारा कर्वी ब्लाक के कालूपुर पाही गांव में देखने को मिला। कालूपुर पाही में शहाना बेगम प्रधान हैं व मनीष कुमार यादव सचिव हैं। प्रधान कभी गांव नहीं आती। प्रधान जिला मुख्यालय में रहती हैं। प्रधान का कार्यभार प्रधान के ससुर मो सलीम संभाले हैं। मनमानी से गांव के विकास समेत गौशाला संचालित करते हैं। विकास कार्यों में होने वाले हस्ताक्षरों में फर्जी हस्ताक्षर कर सरकारी धन निकालते हैं। कालूपुर पाही गौशाला से गौवंशों को छोड़ दिया गया है। ये गौवंश चारे-पानी को इधर-उधर भटक रहे हैं। देखरेख करने वाला कोई नहीं है। कालूपुर पाही में
मृत गौवंश। |
असलेंद्र कुमार उर्फ पप्पू बबेरू वाले के घर के पास गौशाला का एक बैल दो-तीन दिनों से पड़ा हुआ था, भूख-प्यास से तड़प रहा था। जिम्मेदार अधिकारियों को जानकारी दी गई। प्रभारी खण्ड विकास अधिकारी को मौखिक बताया गया। प्रभारी खण्ड विकास अधिकारी ने सचिव मनीष कुमार यादव को फोन से गौवंश को धूप से हटाकर छायादार वृक्ष के नीचे बैठाने के निर्देश दिये। ब्लाक के अन्य कर्मियों ने प्रधान का कार्यभार देखने वाले मो सलीम को बताया। प्रधान व सचिव के ध्यान न देने से गौवंश भूख-प्यास से कड़ी धूप में तड़प-तड़प कर दम तोड दिया। गौवंश के मरने की खबर प्रधान का कार्यभार देखने वाले मो सलीम को मिली तो गौवंश संरक्षित के बजाय गौवंश के कान में लगे टैग को गायब कर दिये। मृत गौवंश को नहीं हटाया। मृत गौवंश घटना स्थल पर पड़ा है। ऐसे में सरकार के गौवंशों के संरक्षण व भरण-पोषण के दावे खोखले नजर आ रहे हैं। गौवंशों के प्रति लापरवाही बरतने वाले प्रधान-सचिव पर कडी कार्यवाही होनी चाहिए।
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