फतेहपुर, मो. शमशाद । रक्षाबंधन का त्योहार भारतीय संस्कृति के त्योहारों में अपना विशेष महत्व रखता है। हर भाई अपनी बहन से राखी बंधवाने के लिए उत्साहित रहता है। जेल में बंदियों को भी अपनी बहनों के आने का बेसब्री से इंतजार था। सुबह से ही सैकड़ों की संख्या में महिलाएं पहुंची। भाईयों से मिलने के लिए बहनों द्वारा पर्ची लगाई गई थी। जेल प्रशासन ने भी पर्व के लेकर व्यवस्था दी। बहनों ने भाईयों की कलाई पर राखी बांधी।
जेल के बाहर लगी बहनों की लाइन। |
भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन पर्व पर बहनें अपने भाईयों को रक्षासूत्र बांधने के लिए कहीं भी जाने के लिए तैयार रहती हैं। इसका नजारा आज जिला कारागार में साफ देखने को मिला। सुबह से ही कारागार के बाहर बहनें अपने भाईयों से मिलने के इंतजार में खड़ी रहीं। उधर जेल प्रशासन ने बहनों को भाईयों से मिलाने के लिए शिफ्ट वाइज व्यवस्था कर रखी थी। जिससे किसी को भी दिक्कतों का सामना न करना पड़े। जेल के बाहर बने बूथ में बहनों ने भाई से मिलने के लिए पर्ची बनवाई तत्पश्चात अपना नंबर आने पर वह बैरक पहुंचकर भाई से मिली और उनकी कलाई में रक्षासूत्र बांधकर वचन लिया। भाईयों ने भी बहनों को आशीर्वाद दिया और सुख-दुख में साथ निभाने का वादा किया।
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