चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि : महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के दीनदयाल उपाध्याय कौशल केन्द्र में वी बोक व एम बोक के छात्र-छात्राओं द्वारा दीनदयाल उपाध्याय की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारम्भ कुलगुरु प्रो भरत मिश्र ने किया। दीन दयाल उपाध्याय कौशल केन्द्र के सेवानिवृत प्राचार्य ई राजेश सिन्हा मुख्य वक्ता रहे। कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय के आदर्श हम सबके जीवन में अनुकरणीय है। दीनदयाल उपाध्याय का चिंतन, दर्शन वर्तमान परिवेश में अत्यधिक प्रासंगिक है। आज भारत के प्रगति के पथ पर अग्रसर होने के पीछे पंडित दीनदयाल उपाध्याय का चिंतन ही कार्य कर रहा है। कुलगुरु ने छात्र-छात्राओं को दीनदयाल उपाध्याय के
जीवन दर्शन पर कम से कम दो पृष्ठ आलेख लिखने की प्रेरणा दी। इंजी राजेश सिन्हा ने दीनदयाल उपाध्याय के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके व्यक्तित्व और कृतित्व से जुडे प्रेरक प्रसंग साझा किए। कार्यक्रम का संयोजन दीनदयाल उपाध्याय कौशल केन्द्र के प्राचार्य इंजी रविकांत श्रीवास्तव ने किया। प्रायोगिक और तकनीकी समन्वयन बाबूलाल का रहा। संचालन डॉ गोविंद सिंह ने किया। इस मौके पर प्रो रमेश चंद्र त्रिपाठी, डॉ आन्जनेय पांन्डेय, इं अश्विनी दुग्गल, डॉ चन्द्र प्रकाश गूजर, डॉ शिव शंकर सिंह, इं के पी मिश्रा, मनीष तिवारी, प्रकाश त्रिपाठी, सत्यनारायण गर्ग, लक्ष्मण प्रसाद गर्ग, संजय कुमार, मुन्ना लाल, जब्बर सिंह, सन्तोष सेन आदि मौजूद रहे।
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