कामन बायो मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट फैसिलिटी में मनाया गया विश्व ओजोन दिवस
बांदा, के एस दुबे । विश्व ओजोन दिवस के अवसर पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों ने समाज में फैल रहे वायु प्रदूषण को कम करने और ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने का आह्वान किया। कहा कि पौधरोपण के जरिए जहां जलवायु परिवर्तन को कम किया जा सकता है, वहीं प्रदूषण पर नियंत्रण करके ओजोन परत को बचाया जा सकता है। सोमवार को क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की क्षेत्रीय अधिकारी माधवी कमलवंशी के निर्देशन पर मुख्यालय से करीब 15 किमी दूर बामदेव स्मार्ट साल्यूसंश द्वारा संचालित कामन बायो मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट फैसिलिटी में विश्व ओजाेन दिवस मनाया गया। बामदेव स्मार्ट साल्यूसंश के प्रबंधक शैलेंद्र दुबे की अगुवाई में दुर्गेश प्रजापति, विकास द्विवेदी, अनुराग, अमित व अन्य लोगों ने कैंपस में पौधे लगाकर प्रदूषण नियंत्रण और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। विश्व ओजोन दिवस के अवसर पर ओजोन परत को ठीक करने और जलवायु परिवर्तन को कम करने की
पौधरोपण करते सीबीडब्लूटीएफ के लोग। |
मौजूदा थीम पर चर्चा की गई। कहा कि पृथ्वी और सूरज के बीच ओजोन परत अल्ट्रावायलेट (पैराबैगनी) किरणों से मनुष्य और वनस्पितयों को बचाने का काम करती है। उन्होंने ओजोन परत को बचाने के लिए लोगों को वाहन, फ्रिज, एसी आदि का इस्तेमाल कम करने, रबर, प्लास्टिक और वाहनों के टायरों को न जलाने की नसीहत दी। कहा कि वाहन, एसी आदि से निकलने वाली गर्मी के साथ ही प्लास्टिक जलाने से निकलने वाला धुआं सीधे वायुमंडल में जाकर ओजोन परत को ही नुकसान पहुंचाता है। उन्होंने सूर्य से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणों से होने वाले नुकसान पर प्रकाश डाला। कहा कि यदि सूर्य और पृथ्वी के बीच से ओजोन परत हट जाए तो लोगों में कैंसर समेत विभिन्न बीमारियां हो सकती हैं। धरती पर उत्पन्न हो रहे प्रदूषण जैसे क्लोरो फ्लोरो कार्बन, हाइड्रो क्लोरो फ्लोरो कार्बन व अन्य केमिकल के कारण ओजोन की परत पतली हो रही है, जिसकी वजह से सूर्य से उत्पन्न होने वाली पराबैंगनी तरंगे व अन्य तरंगे धरती तक आसानी से पहुंच जा रही हैं और धरती के पर्यावरण का तापमान उच्च हो रहा है। जिससे वातावरण को खासा नुकसान पहुंच रहा है।
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