चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । मनगवां पंचायत सचिवालय में अखिल भारतीय समाजसेवा संस्थान ने संचालित बियावल स्वावलंबन कार्यक्रम के तहत रबी फसलों की प्राकृतिक खेती के संदर्भ में टिकरिया क्षेत्र के सात गांवों के 90 महिला-पुरुष किसानों के साथ प्रशिक्षण दिया गया। गुरुवार को बतौर मुख्य अतिथि जिला कृषि अधिकारी आरपी शुक्ला ने प्रशिक्षण में किसानों को संस्थान प्राकृतिक खेती के अभिनव प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये कार्य कृषि विभाग का है। किसानों के हित में कार्य करने पर जोर दिया। परम्परागत देशी बीजों को बचाने के कार्य में किसानों को संस्थान के साथ मिलकर कार्य करना चाहिए। उन देशी बीजों से हमारे परिवार का शारीरिक भला होगा। गाय के उत्पाद से तैयार खाद मिट्टी को अमृत समान है। किसानों को विभाग की ओर से रबी फसलों के बीजों का सहयोग भी कुछ किसानों को करने की बात की। संस्थान संस्थापक गोपाल भाई ने प्रेरक प्रसंगों व प्रेरणादाई
किसानों को प्रशिक्षण देते जिला कृषि अधिकारी। |
गीतों से किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने को संवेदित किया। संस्थान के वरिष्ठ कार्यकर्ता विद्यासागर बाजपाई ने रबी फसलों के सही नियोजन को अपनाने पर जोर दिया। पूर्व में 23-24 सितंबर को मानिकपुर व सकरौंहा में 16 गांवों की 160 महिला-पुरुष किसानों ने प्रतिभाग किया। संस्थान आर्थिक सहयोग से उच्च शिक्षा प्राप्तकर रही चंद्रमा, निर्मला, रचना आदि बालिकाओं ने प्रकृति, खेती संबंधित प्रेरणास्पद गीतों से प्रशिक्षण के वातावरण में चार चांद लगायें। गांव के किसान राजकुमार बंभिया, देवनाथ पाटिन, रामकिशोर, राम बहादुर जमुनिहाई, राम विश्वास, सुखराम टिकरिया, भीमसेन किहूनिया, संतोष अमचूर नेरुआ, राजू इटवा डुडैला ने पिछले कई वर्षों के प्राकृतिक खेती के अपने अनुभवों को साझा किया। प्रशिक्षण का संचालन समन्वयक विजय सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन संजय शुक्ला ने किया। संस्थान कार्यकर्ताओं वर्षा, जंत्री, अजीत, मोगली, भरत, राजू, प्रवीण, रामराज, श्याम सुंदर का प्रशिक्षण व्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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