प्रचंड गर्मी में पानी बिन व्याकुल हो रहे जंगली जानवर व पशु-पक्षी
मनरेगा से बनाए गए थे एक दर्जन अमृत सरोवर
विजयीपुर/फतेहपुर, मो. शमशाद । क्षेत्र के एक दर्जन गांवों में मनरेगा एवं राजवित्त से करोड़ों रुपए खर्च कर अमृत सरोवर बनाए गए थे। जहां रैम्प सीढी बेंच एवं झंडारोहण चबूतरा के साथ स्वच्छ पानी के साथ वृक्षारोपण कराकर सौन्दरीकरण कराया जाना था परंतु सालों बीत गए पैसा खर्च हो गया, इस प्रचंड गर्मी में भी अधिकतर अमृत सरोवर सूखे पड़े हैं जिससे जंगली जानवरों के साथ पशु पक्षी बिन पानी व्याकुल हैं। एक साल पहले क्षेत्र के रायपुर भसरौल, ब्योटी, ख्योखरी, शाहजहापुर सेलरहा, चचीडा, टेसाही, सिठियानी, विजयीपुर, तक्कीपुर कठरिया, सिलमी गढ़वा, इटोलीपुर, गाजीपुर सहित कई गांव में 10 लाख से लेकर 30 लाख तक की लागत से अमृत सरोवरों का निर्माण कराया गया है जिसमें मिट्टी खुदाई के साथ रैंप सीढ़ी झंडारोहण चबूतरा वृक्षारोपण स्वच्छ पानी आदि अनेक प्रकार से सौन्दरीकरण कराया जाना था जिसके बाद कुछ गांवो में पहले से खोदे पड़े तालाबों में झंडारोहण चबूतरा और
सूखा पड़ा अमृत सरोवर। |
पत्थर लगाकर भुगतान करवा लिया गया। कहीं नया तालाब में काम कराया गया तो अधूरा छोड़ दिया गया कहीं काम पूरा है तो पानी नहीं भराया गया है। इस प्रचंड गर्मी में इन अमृत सरोवरो का आलम यह है कि लाखों खर्च के बाद भी तालाबों में धूल उड़ रही है। इस प्रचंड गर्मी में जंगली जानवर और पशु पक्षी बिना पानी व्याकुल हैं। ऐसा लग रहा है अमृत सरोवर योजना के नाम पर करोड़ों रुपए का धन बंदरबांट किया गया है। इस मामले में बीडीओ शकील अहमद ने बताया कि अमृत सरोवरों में पानी भरवाने के लिए सचिवो को निर्देशित किया गया है जल्दी सभी अमृत सरोवरो में पानी होगा।
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