श्रीमद्भागवत कथा श्रवण के लिए उमड़ रही श्रोताओं की भीड़
बबेरू, के एस दुबे । श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस पर आचार्य अभिषेक शुक्ल ने कहा कि सर्वेश्वर परमात्मा सर्वत्र विद्यमान हैं,जब तक मानव की यह अनुभूति स्थिर नहीं होती है,तब तक उसकी चारित्रिक शुचिता नहीं होती है, इसलिए मानवमात्र को सर्वत्र,सर्वदा,एकान्त में भी,आराध्य भगवान् का अवलोकन करना चाहिए। शिवरोमन सिंह के मैदान में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में आचार्य ने बताया प्रकृति का एक अकाट्य नियम है,राष्ट्र अथवा समाज में धर्म,नीति,मर्यादा एवं संस्कृति पर जब- जब संकट आता है। अधर्म का उत्थान होने लग जाता है तब कोई नियामक
श्रीमद्भागवत कथा श्रवण करते श्रद्धालु |
शक्ति किसी रूप में अवश्य आकर के सर्वत्र शान्ति की व्यवस्था करती है। जब जरासंध, कंस आदि के द्वारा जब पृथ्वी पर पाप की वृद्धि हुई तो देवताओं की प्रार्थना पर साक्षात् श्रीमन्नारायण प्रभु ही श्रीकृष्ण के रूप में अवतरित हुए। बधाई गायन और हर्षाेल्लास के साथ श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। इस मौके पर आयोजक शिवलखन सिंह सरोजा पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल, सांसद कृष्णा देवी पटेल, राजू मिश्रा, डां. इन्द्रनारायण आदि भारी संख्या में जनमानस मौजूद रहा।
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