ऐन वकत पर समाजवादी पार्टी ने टिकट में किया रद्दोबदल
सपा का टिकट बदलने से बढ़ी हलचल, उत्साह से लबरेज दिख रहे युवा
बांदा, के एस दुबे । समाजवादी पार्टी ने अपने मौजूदा चेयरमैन को झटका दे दिया। पहले चेयरमैन की पत्नी गीता साहू को टिकट दे दिया। गीता साहू ने शुक्रवार को नामांकन भी कराया और चुनाव मैदान में जोरआजमाइश का दौर भी शुरू हो गया। लेकिन ऐन वक्त पर समाजवादी पार्टी ने टिकट में रद्देबदल करते हुए युवा नेता ओमनारायण त्रिपाठी विदित की पत्नी रुचि त्रिपाठी को टिकट थमा दिया। टिकट में रद्दोबदल से जहां मौजूदा चेयरमैन और उनके समर्थकों में हताशा नजर आई वहीं विदित खेमे में खुशी की लहर नजर आ रही है।
रुचि त्रिपाठी |
युवजन सभा के राष्ट्रीय सचिव रहे ओमनारायण त्रिपाठी विदित की धर्मपत्नी रुचि त्रिपाठी ने टिकट की दौड़ में बाजी मारते हुए समाजवादी पार्टी का टिकट हथिया लिया है और मौजूदा चेयरमैन मोहन साहू की पत्नी गीता साहू को करारी शिकस्त दे दी है। हालांकि गीता साहू ने टिकट मिलने के बाद शुक्रवार को नामांकन दाखिल करते हुए अपना दावा ठोंक दिया था, लेकिन अब एक बार फिर से टिकट में फेरबदल होने से जहां उनका मनोबल गिरा है, वहीं उनके पति और समर्थकों की टोली ने पार्टी हाईकमान समेत अन्य दलों की भी गणेश परिक्रमा शुरू कर दी है। देखना दिलचस्प होगा कि गीता के मोहन अब अपनी रणनीति में कितने सफल हो पाते हैं और उनकी दावेदारी की क्या स्थिति बन पाती है। हालांकि देखा जाए तो चेयरमैन रहते हुए मोहन साहू तमाम आरोपों से घिरे रहे और एक बार अधिकार सीज तो एक बार बर्खास्तगी तक झेल चुके हैं। लेकिन उन्होंने सत्ता के दामन में जाने की बजाय संघर्ष का रास्ता अख्तियार किया। सरकार ने जहां उनके अधिकार सीज करने के साथ बर्खास्तगी तक की कार्रवाई की, वहीं उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया और अपनी वापसी कराई। सूत्रां की मानें तो सत्ता से संघर्ष की दुहाई देकर ही उन्हें अपनी पत्नी को टिकट दिलवाने में सफलता हाथ लगी थी, लेकिन ऐन वक्त हाईकमान ने ब्राह्मण वोटों पर नजर केंद्रित करते हुए रुचि त्रिपाठी पर अपना भरोसा जताया और गीता साहू को मैदान से हटने के आदेश जारी कर दिए। जानकारों बताते हैं कि समाजवादी पार्टी ने रुचि को टिकट देकर अपने ऊपर लगे पिछड़ों की पार्टी के टैग हटाने का सार्थक प्रयास किया है। समाजवादी पार्टी ने अपने एम-वाई फैक्टर के साथ ब्राह्मणों को अपने साथ करके एक बार फिर नगर पालिका की कुर्सी हथियाने का दांव खेल दिया है।
इधर, प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से छह में से चार नगर पंचायतों के चेयरमैन पदों पर उम्मीदवारों की शनिवार को सूची जारी कर दी है। नगर पालिका बांदा और अतर्रा के चेयरमैन प्रत्याशियों के भी नामों पर अभी भी मंथन चल रहा है। वहीं सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने अभी तक निकाय चुनाव के लिये जनपद की दो नगर पालिकाओं समेत छह नगर पंचायत के चेयरमैन पदों के लिये उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। जातीय समीकरण फिट बैठाने के चक्कर में कांग्रेस ने भी अपने पत्ते नहीं खोले थे। शनिवार को कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने विचारोपरांत छह में से चार नगर पंचायतों के चेयरमैन पद प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की। जिलाध्यक्ष प्रद्युम्न दुबे लालू ने बताया कि नगर पंचायत नरैनी से हरिकृष्ण वर्मा, बिसंडा बुजुर्ग से संपत पत्नी ओमप्रकाश, तिंदवारी से किरन देवी पत्नी रामबाबू सोनी और नगर पंचायत मटौंध से अजय कुमार शुक्ला को पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया है। सभी उम्मीदवारों को अपना नामांकन कराने के लिये भी हरी झंडी दे दी गई है।
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