मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ संपन्न
बांदा, के एस दुबे । शनिवार को जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अनिल कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें मनोरोग चिकित्सक डा. हरदयाल ने बताया कि बच्चों में भी तेजी से मानसिक रोग बढ़ रहे हैं। बच्चों में क्रोध, भय, चिंता, अपराध बोध, अत्यधिक उदासियां, अधिक खुशी जैसे भाव देखने को मिल रहे हैं, जिसका सबसे प्रमुख कारण मोबाइल का दुरुपयोग है, सामाजिक मेलजोल में कमी, परिवार का बच्चों के बीच कम समय देना भी सम्मिलित है। इसके अलावा साइकेट्रिक नर्स त्रिभुवननाथ ने बताया कि मानसिक रोग किसी को भी किसी भी उम्र में हो सकता है। मानसिक रोग के लक्षण नींद ना आना, उलझन, घबराहट, बेचैनी आदि सम्मिलित हैं। उसके लिए काउंसलिंग व उपचार संभव है। क्लिनिकल साइकोलाजिस्ट डा. रिजवाना हाशमी द्वारा लोगों की मन कक्ष में काउंसलिंग की जाती है। अनुश्रवण एवं मूल्यांकन अधिकारी नरेन्द्र मिश्रा ने बताया बच्चों को स्वस्थ रहने के लिए प्रातः जल्दी उठना चाहिए। स्वाध्याय कार्य करना चाहिए माता-पिता की बात माननी चाहिए। गुरुजनों का सम्मान करना चाहिए। प्रातः
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| कार्यक्रम में सम्मानित करते अतिथि |
योग की क्रिया करनी चाहिए और मोबाइल का प्रयोग कम से कम करना चाहिए। बालिका विद्या मंदिर की प्रधानाचार्या अमिता सिंह ने छात्राओं को खान-पान पर भी ध्यान रखने की सलाह दी। साथ ही जिला चिकित्सालय की टीम का भी आभार व्यक्त किया। इसके उपरांत छात्राओं से प्रश्नोत्तरी की गई। साथ ही उन्हें पुरस्कृत किया गया जिसमें अनविका, स्मृति मिश्रा, आंशिक, अनुराधा, दीपाली, आयुषी, दीक्षा, सौम्या, कौशकी, नेहा कनिष्का, आकांक्षा, निधि, प्रिया, तपस्या आदि हैं। इस दौरान मनपरी श्यामकांता, करुणा को मनोनीत किया गया।

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