विधिक तकनीकियों को समझने का प्राप्त हुआ अवसर
बांदा, के एस दुबे । मंगलवार को संत कृपाल सिंह इंस्टिट्यूट आफ-ला लामा के छात्रों का न्यायिक कार्यवाहियों की व्यवहारिक जानकारी के लिए जिला एवं सत्र न्यायालय का दो दिवसीय विधिक प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ, जिसमें छात्रों को न्यायालय की विधिक तकनीकियों को समझने का अवसर प्राप्त हुआ। जनपद न्यायाधीश कमलेश कंछल के समक्ष लगभग 20 मुकदमों की जमानत एवं विचारण की सुनवाई के दौरान छात्रों द्वारा कोर्ट परिसर में अभियोजन एवं प्रतिरक्षा से जुडे़ दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं की बहस व दलीलों में होने वाली प्रक्रियाओं की विधिवत जानकारी प्राप्त की गई। इसी दौरान छात्रों ने अपर न्यायाधीश के न्यायालय एवं मजिस्ट्रेट न्यायालयों का भी भ्रमण किया। प्रशिक्षण के दौरान छात्रों के द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव के निर्देशन पर मध्यस्तता न्यायालय एवं लोक अदालतों की प्रक्रिया एवं सुलह समझौतों की कार्यवाही की बारीकियों की जानकारी को वरिष्ठ अधिवक्ताओं की उपस्थिति में अवगत कराया गया, जिसमें उन्होने पारिवारिक झगड़े, मोटर वेहिकल दुर्घटना, विद्युत एवं बीमा इत्यादि के मामले को सुलह समझौतों से निपटानें की प्रक्रिया समझी।
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| विधिक प्रशिक्षण में मौजूद छात्र |
जनपद न्यायाधीश द्वारा छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए उन्हे एक बेहतर वकील के साथ-साथ समाज में विधिक साक्षरता का प्रसार करने के लिए प्रेरित किया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सिविल जज सुचेता चौरसिया ने भी छात्रों को वकालत के साथ-साथ न्यायिक सेवा के लिए प्रेरित किया। जिला शासकीय अधिवक्ता विजय बहादुर परिहार एवं अपर शासकीय अधिवक्ता उमाशंकर पाल तथा रोहन सिन्हा ने भी छात्रों को जमानत, बहस, विचारण अपील की बारीकियों की विस्तृत जानकारी दी। इस दो दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान महाविद्यालय के सचिव यश शिवहरे, निदेशक डा. सर्वेश अग्निहोत्री, प्राध्यापक डा. पंकज सिंह के मार्गदर्शन में एलएलबी के छात्र दीपक, गरिमा, नेहा, जय सिंह, राहुल, उमेश, तान्या, फरहीन, सुनील, प्रांजुल, प्रशांत, श्याम इत्यादि छात्र उपस्थित रहे।

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