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Thursday, August 3, 2023

आंदोलनकारी अधिवक्ताओं ने दी आमरण अनशन की चेतावनी

एसडीएम के तबादले की मांग को लेकर क्रमिक अनशन जारी

अधिवक्ताओं ने प्रशासन पर लगाए उपेक्षा बरतने के आरोप

अतर्रा, के एस दुबे । उप जिलाधिकारी के तबादले को लेकर तहसील अधिवक्ता संघ आंदोलन को तेज करता नजर आ रहा है। अधिवक्ताओं का क्रमिक अनशन तीसरे दिन गुरुवार को भी जारी रहा। हालांकि अभी तक प्रशासन के द्वारा अनशन को कोई तरजीह नहीं दी गई। इससे नाराज अधिवक्ताओं ने आमरण अनशन किए जाने की चेतावनी दी है। एसडीएम नमन मेहता द्वारा अधिवक्ताओं से सम्मानजनक व्यवहार न किए जाने के विरोध में तहसील के अधिवक्ता पिछले 24 दिनों से हड़ताल पर हैं। एसडीएम के तबादले की मांग लेकर अधिवक्ताओं ने कलम बंद हड़ताल कर रखी है। दस्तावेज लेखकों व स्टांप वेंडरों ने भी अधिवक्ताओं की हड़ताल का समर्थन करते हुए हड़ताल पर चले गए। क्रमिक अनशन के तीसरे दिन गुरुवार को संघ अध्यक्ष शिवनंदन यादव व महासचिव नरेंद्र शुक्ला ने अधिवक्ता राजेंद्र त्रिपाठी, रविकांत श्रीवास्तव, राममिलन कुशवाहा, विमलकांत त्रिपाठी व लखन मिश्रा का माल्यार्पण करते हुए अनशन पर बैठाया। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष व पूर्व अध्यक्ष अमर सिंह राठौर ने कहा कि

क्रमिक अनशन पर बैठे अधिवक्ता

हड़ताल के लगभग एक माह गुजरने के बाद भी शासन-प्रशासन के कानों में अब तक जूं नहीं रेंगी। अधिवक्ताओं ने क्षेत्रीय सांसद व विधायक से आंदोलन में सहयोग मांगा। चेतावनी दी कि संघ की मांगे पूरी न हुई तो आमरण अनशन शुरू किया जाएगा। संघ आरपार लड़ाई लड़ेगा। जरूरत पड़ी तो प्रदेश की राजधानी में भी अधिवक्ता आंदोलन करेंगे। इस मौके पर अधिवक्ता विनोद तिवारी, मनोज श्रीवास्तव, पुरुषोत्तम पांडेय, उमाशंकर त्रिपाठी, सूरज वाजपेयी, राममोहन गुप्ता, रामनरेश वर्मा, राम प्रसाद वर्मा, कुलदीप सिंह, अतुल दीक्षित, राजकुमार पाठक, धीरज वर्मा, नंदकिशोर कुशवाहा, अमर सचदेवा, संजय तिवारी, विकास सिंह विक्कू, विवेक बिंदु तिवारी, जितेंद्र तिवारी, राजेश शुक्ला, सुशील गुप्ता, राजेंद्र जाटव, बीडी शुक्ला आदि मौजूद रहे। 


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