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Thursday, August 31, 2023

ब्रह्माकुमारियों ने अधिकारियों समेत भाईयों को बांधी ईश्वरीय राखी

राखी के महत्व का वर्णन कर बुराईयों को त्यागने की ली खर्जी

फतेहपुर, मो. शमशाद । भाई-बहन के असीम प्यार के प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व अलग-अलग अंदाज में मनाया गया। ज्वालागंज स्थित ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय केंद्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी नीरा दीदी समेत अन्य बहनों ने प्रशासनिक अधिकारियों समेत भाईयों की कलाई पर ईश्वरीय राखी बांधी और राखी के महत्व का वर्णन कर बुराईयों को त्यागने की खर्जी ली। केंद्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी नीरा दीनी समेत अन्य बहनों ने सर्वप्रथम जिला जज रणंजय कुमार के आवास पहुंचकर उनको रक्षासूत्र बांधकर मुंह मीठा कराया। तत्पश्चात जिलाधिकारी श्रुति, पुलिस अधीक्षक उदयशंकर सिंह, पुलिस उपाधीक्षक नगर वीर सिंह समेत अन्य भाईयों को भी रक्षासूत्र बांधकर मुंह मीठा कराते हुए राखी के महत्व का वर्णन किया। नीरा दीदी ने कहा कि रक्षाबंधन सभी पर्वों में एक

जिला जज, डीएम व सीओ को रक्षासूत्र बांधती ब्रह्माकुमारी नीरा दीदी।

अनोखा पर्व ही नहीं भारत की संस्कृति तथा मानवीय मूल्यों को प्रत्यक्ष करने वाला अनेक आध्यात्मिक रहस्यों को प्रकाशित करने वाला और भाई-बहन के वैश्विक रिश्ते की स्मृति दिलाने वाला एक परमात्म उपहार है। इस पर्व पर रक्षा सूत्र बांधने से पूर्व बहन, भाई के मस्तक पर चंदन का तिलक लगाती है जो शुद्ध, शीतल और सुगंधित जीवन जीने की प्रेरणा देता है। तिलक दायें हाथ से किया जाता है तथा राखी भी दायें हाथ पर बांधी जाती है। यह विधि हमें यह प्रेरणा देती है कि हम सदा राइट अर्थात सकारात्मक चिंतन करते हुए राइट अर्थात श्रेष्ठ कर्म ही करें। जिससे आत्मा अनिष्ट परिणामों, दुखी व अशांत होने से सुरक्षित रहेगी। मिठाई खिलाने के पीछे भी मन को और संबंधों को मीठा बनाने का राज भरा है। नीरा दीदी ने कहा कि एक पिता परमात्मा और सारा विश्व एक परिवार है। एक पिता की संतान हम सब आत्मिक नाते से भाई-भाई हैं। इस अनुभूति से आत्मिक दृष्टि, वृत्ति व कृति बनती है। जिससे आत्मा अनेक विकारी, दुखदायी वृत्तियों के बंधनों से मुक्त होकर सच्ची स्वतंत्रता का अनुभव करती है। तत्पश्चात ही वह परमपवित्र परमपिता परमात्मा से जन्म जन्मांतर के लिए अविनाशी, सच्चे सुख और शांति का वर्सा प्राप्त करने की हकदार बनती है। वर्तमान समय ऐसी ही आध्यात्मिक राखी स्वयं को ओर सर्व आत्माओं को बांधने की आवश्यकता है। तब ही हमारा भारत पुनः सर्वगुण सम्पन्न और स्वर्णिम बन सकेगा। इस मौके पर बीके संगीता, पियंका, प्रीती भी मौजूद रहीं। 


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