अमौली, फतेहपुर, मो. शमशाद । कस्बे में लगने वाले 153 वें ऐतिहासिक मेले का आगाज आज से शुरू हो गया। अमौली के मेले में कानपुर, फतेहपुर, बांदा, हमीरपुर, कानपुर देहात आदि जनपद के दुकानदार एक सप्ताह पूर्व से अपनी दुकाने लगते हैं। मेले में सैकड़ों दुकानदारों के साथ कई सर्कस व झूले इत्यादि पर खरीददारी सहित आनन्द लेने के लिए हजारों की संख्या पर एक माह प्रतिदिन भीड़ उमड़ती रहती है। रात्रि पहर श्री रामलीला का मंचन भी होता है। मेले का शुभारंभ कमेटी के अध्यक्ष सहित पदाधिकारियों ने फीता काटकर किया। अमौली मंडी से हनुमान,
कस्बे में भ्रमण करतीं झांकियां। |
शंकर जी, पार्वती जी, श्रीराम, लक्ष्मण आदि की झाकियाँ ढोल बाजो के साथ नाचते गाते पूरी अमौली में भ्रमण करके मेला मैदान पहुंची। जहां राम-रावण का जमकर युद्ध हुआ और अन्त में रामजी ने विजय प्राप्त की। कस्बे के मेले में बहुत दूर दूर से आकर लोग शादी विवाह के लिए सामान की खरीददारी करते हैं। कुछ बुजर्ग लोग बताते हैं कि मेले में पहले लोग लड़की देखकर शादी भी तय करते थे। कस्बे का मेला लगभग एक महीने तक चलता है।
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