चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन की अध्यक्षता में निराश्रित/बेसहारा गौवंशों के संरक्षण व भरण-पोषण को कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक हुई। सोमवार को बैठक में डीएम ने गौशालाओं के लिए नामित नोडल अधिकारियों से गौशालाओं के समस्या के बारे में जानकारी ली। सभी नोडल अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट पेश की। डीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर गौशालाओं में हरा चारा के साथ पौष्टिक आहार दें, इससे गौवंश बीमार न हों। गौशालाओं में जहां पर चारागाह की जमीन व हरा चारा है, वहां जिओ ट्रैकिंग करायें। जहां नहीं है, वहां संबंधित उप जिलाधिकारी से निजी जमीन पर जिओ ट्रैकिंग करायें। जिन गांव में चारागाह की जमीन दो-तीन है, वहां से अन्यत्र
बैठक में निर्देश देते डीएम। |
गौशालाओं को चारा भेजें। उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि तहसील व ब्लॉक में लेखपाल से चारागाह को जमीन चिन्हित कर जिओ ट्रैकिंग करायें। ठंड से बचाव को गौशालाओं में त्रिपाल लगाकर तीन दिन में रिपोर्ट पेश करें। त्रिपाल न लगने पर पंचायती राज अधिनियम के तहत कार्यवाही होगी। कहा कि जो नोडल अधिकारी नहीं आये हैं, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करें। इस मौके पर सीडीओ श्रीमती अमृतपाल कौर, एडीएम एफआर उमेश चंद्र निगम, एसडीएम मानिकपुर पंकज वर्मा, कर्वी सुश्री पूजा साहू, मऊ सौरभ यादव, एसडीएम मोहम्मद जसीम, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ सुभाष चंद्र समेत नोडल अधिकारी मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment