जिला महिला अस्पताल में विधिक सेवा प्राधिकरण ने आयोजित किया जागरूकता शिविर
बांदा, के एस दुबे । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने जनपद न्यायाधीश डॉ. बब्बू सारंग के निर्देश पर जिला महिला अस्पताल में विश्व कुष्ठ रोग दिवस पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। अध्यक्षता अपर जिला जज व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीपाल सिंह ने की। उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग एक जीवाणु रोग हैं जो कि माइकोबैक्टीरिअम लैप्रोई नामक जीवाणु से होता हैं। यह रोग भारत सहित सम्पूर्ण विश्व के पिछड़े हुए देशों के लिए एक ऐसी समस्या हैं जिससे लाखों लोग दिव्यांग हो जाते हैं। कोढ़ नामक बीमारी भी इसी का एक रूप हैं। पश्चिमी देशों में इसका प्रभाव न के बराबर हैं। अपने देश में इस पर काफी नियन्त्रण किया जा चुका है। जिन कुष्ठ रोगियों
को समाज धिक्कारता है, उनसे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी बहुत दया और सहानुभूति रखते थे। इसी कारणश इसे आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्य तिथि पर कुष्ठ रोग निवारण दिवस के रुप में मनाया जाता है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अपने जीवन में कुष्ठ रोग से पीड़ितों की अत्त्याधिक सेवा की। जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. संजीव कुमार ने कहा कि त्वचा पर घाव होना कुष्ठ रोग के प्रथम बाहरी संकेत हैं। यदि इसका उपचार न किया जायें तो यह पूरे शरीर में फैल सकता हैं जिससे शरीर की त्वचा, नसें, हाथ-पैर व आखें सहित शरीर के कई भागों में स्थायी क्षति हो सकती हैं। इस रोग से त्वचा के रंग व स्वरुप में परिवर्तन दिखाई देने लगता हैं। कुष्ठ रोग से त्वचा पर रगंहीन दाग हो जाते हैं जिस पर किसी भी तरह की चुभन को कोई असर रोगी पर नही होता हैं। शरीर के कई भाग सुन्न हो जाते हैं। कुष्ठ रोग स्पर्श करने से नही होता हैं तथा ना ही यह वंशानुगत रोग हैं। जिला अस्पताल के पीएमडब्लू दिनेश कुमार ने कहा कि आधुनिक चिकित्सा प्रणाली ने इतनी तरक्की कर ली हैं कि कुष्ठ रोग का इलाज कई वर्ष पूर्व ही
शिविर में मौजूद महिलाएं। |
सम्भव हो गया था। आज के समय में इस रोग की मल्टी ड्रग थैरपी उपलब्ध हैं। वर्तमान समय में कुष्ठ रोग का इलाज दो प्रकार से हो रहा है। सरकारी चिकित्सालयों में इसका इलाज निःशुल्क किया जाता है। बी.सी.जी. का टीकाकरण कराने से भी कुष्ठ रोग नहीं होता हैं। जिला महिला अस्पताल सीएमएस डॉ. सुनीता सिंह ने कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक को देश से कुष्ठ रोग मिटाने के लिए सक्रिय रुप से अपनी भागीदारी निभानी चाहिए। कुष्ठ रोग से सम्बन्धित फैली भ्रान्तियों पर लोगो को ध्यान नही देना चाहिए। कुष्ठ से पीड़ित मरीजों एवं लोगो को कुष्ठ रोग के सम्बंध में शिक्षित करना चाहिएं। शिविर में डा० सविता द्वारा भी अपने विचार व्यक्त किये गये। इस दौरान वन स्टॉप सेंटर प्रबंधक रमा साहू, डाॅ. प्रमोद, डाॅ. चारु, अन्जुम निशांत, महजबी अन्जुम, राशिद अहमद डीईओ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, महजबी अन्जुम्, रजिया, निकिता सिंह, संजय आदि मौजूद रहे।
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