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Thursday, February 27, 2025

विद्युत निजीकरण के विरोध मार्क्सवादी ने किया प्रदर्शन

मुख्यमंत्री को भेजा पांच सूत्रीय ज्ञापन

फतेहपुर, मो. शमशाद । भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के कार्यकर्ताओ ने बिजली के निजीकरण समेत पाचं सूत्रीय मागो को लेकर कलेक्ट्रेट पहुचकर नाराजगी व्यक्त करते हुए नारेबाजी कर उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। गुरूवार को भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की जिला कमेटी के सचिव जगरूप भार्गव व कामरेट नरोत्तम सिंह की अगुवाई में कम्युनिस्ट कार्यकर्ता ने विद्युत निजीकरण का विरोध करते हुए कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया और पांच सूत्रीय मांगो का ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौपते हुए मुख्यमंत्री को भेजा है।

प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन देते मार्क्सवादी कार्यकर्ता।

जिसमें मांग किया है कि बिजली के निजीकरण पर रोक लगाई जाये, स्मार्ट मीटर लगाना बन्द किया जाये। निजीकरण से लाखो कर्मचारी बर्बाद हो जायेगे, विद्युत विभाग के कार्यरत संविदा कर्मियो को सरकारी मानदेय सहित नियमित किये जाने व नियामक आयोग का फैसला की बिजली चोरी का भार नियमित उपभोक्ताओ को उठाना पडेगा जो गलत है। नियामक आयोग अपना फैसला रद्द करे जैसी मांगे सामिल रही। सभी कार्यकर्ताओ ने एक स्वर में आवाज बुलन्द करते हुए विद्युत नियमों के निजीकरण के फैसलो को वापस लिए जाने की बात कही। इस मौके पर रामकरण विद्यार्थी, चिन्जमलाल, अवधेश, मणि भूषण सिंह, दिनेश कुमार, राजाराम गौतम, रामसजीवन, राजकुमार, सन्तराम, बीरेन्द्र कुमार यादव, त्रिलोकी सिंह आदि मौजूद रहे। 


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