हर साल फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि के दिन होली का त्यौहार मनाया जाता है फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 13 मार्च को सुबह 10:35 पर होगा। पूर्णिमा तिथि समाप्त 14 मार्च को दोपहर 12:23 पर होगा। भद्रा रहित प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा तिथि, होलिका दहन के लिये उत्तम मानी जाती है। होलिका दहन 13 मार्च को किया जाएगा। 13 मार्च को भद्रा प्रात: 10:35 से प्रारम्भ होकर रात्रि 11:26 तक है होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 13 मार्च को रात 11:26 से मध्यरात्रि 12:15 तक रहेगा। रंग वाली होली धुलेंडी 14 मार्च को खेली जाएगी। होलिका दहन पर पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के साथ धृति योग बन रहा है। वहीं होली के दिन यानी 14 मार्च को उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र होगा, इस
दिन मीन संक्रांति भी रहेगी 14 मार्च को सूर्य सांयकाल 6:59 पर कुम्भ राशि से निकल कर मीन राशि में जायेंगे। इस वर्ष होली पर चंद्र ग्रहण का साया बना हुआ है। 14 मार्च को सुबह 9:29 से चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है, जो दोपहर 3: 29 तक रहेगा। परंतु भारत में यह चंद्र ग्रहण नहीं नजर आएगा, इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। ग्रहण के दौरान चंद्रमा कन्या राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में विराजमान रहेंगें। यह चन्द्र ग्रहण मुख्यतः प्रशान्त महासागर, उत्तरी अमेरिका और दक्षिण अमेरिका, पश्चिमी यूरोप और पश्चिमी अफ्रीका से दर्शनीय होगा।
- ज्योतिषाचार्य एस.एस.नागपाल, स्वास्तिक ज्योतिष केन्द्र, अलीगंज, लखनऊ
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