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Monday, March 10, 2025

ई-रिक्शा चालक को न्याय दिलाने को सड़क पर उतरे विधायक अनिल प्रधान

11 हजार की तात्कालिक मदद

पीटीओ व एआरटीओ के खिलाफ दर्ज हो मुकदमा

चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । फूलचंद जायसवाल की आत्महत्या के मामले ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है। गरीब रिक्शा चालक की मौत के बाद सदर विधायक अनिल प्रधान पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और शासन-प्रशासन से दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। कहा कि फूलचंद की मौत भ्रष्टाचार के दानव की बलि है, और अब यह लड़ाई न्याय की होगी। विधायक अनिल प्रधान ने मृतक की पत्नी श्रीमती प्रीति जायसवाल से मुलाकात की और उनकी पीड़ा सुनी। कहा कि परिवार को इस कठिन समय में अकेला नहीं छोड़ा जाएगा। तत्कालिक सहायता के रूप में उन्होंने 11,000 रूपए की आर्थिक मदद दी और सरकार से मुआवजे की सिफारिश करने का आश्वासन दिया। उन्होंने साफ कहा कि सरकारी तंत्र के भ्रष्टाचार के कारण गरीबों को मौत के मुंह में नहीं धकेला जा सकता।

पीडित परिवार को तात्कालिक सहायता देते विधायक

विधायक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने व पीटीओ दीप्ति त्रिपाठी एवं एआरटीओ प्रवर्तन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की मांग की। उन्होंने पत्र में लिखा कि फूलचंद को ई-रिक्शा छोड़ने के लिए 50,000 रूपए की रिश्वत मांगी गई, जो वह देने में सक्षम नहीं थे। ऋण लेकर खरीदी गई बैटरी का कर्ज पहले से ही सिर पर था। इसी मानसिक तनाव में उन्होंने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। विधायक ने पत्र में यह भी लिखा कि पीड़ित परिवार के जीविकोपार्जन का कोई साधन नहीं बचा है और सरकार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देनी चाहिए, ताकि फूलचंद के बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सके।


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