राष्ट्रपति व सीएम को सौंपा ज्ञापन
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । संयुक्त किसान मोर्चा के आवाहन पर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने शुक्रवार को पंजाब में किसानों पर हुई बर्बरता के खिलाफ सदर तहसील में जोरदार प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष राम सिंह राही के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए राष्ट्रपति व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। भाकियू जिलाध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की जायज मांगों को दबाने के लिए पुलिसिया दमन का सहारा ले रही है। 19 मार्च को मंत्रियों से वार्ता कर लौट रहे किसान नेताओं को जबरन गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, शंभू और खनौरी में बुलडोजर चलाकर धरनास्थलों को उजाड़ दिया गया, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और किसानों के उपकरणों को तोड़ दिया गया। कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ के खिलाफ की गई पुलिसिया बर्बरता और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद घरों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई लोकतंत्र पर सीधा हमला है। आरोप लगाया कि केंद्र सरकार विदेशी कंपनियों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों पर बातचीत कर रही है, जो राष्ट्रीय हितों व कृषि क्षेत्र के लिए घातक साबित होगा। भाकियू ने मांग की कि किसानों पर हो रहे दमन को रोका जाए, गिरफ्तार
![]() |
ज्ञापन सौंपते भाकियू कार्यकर्ता |
किसानों को बिना शर्त रिहा किया जाए और क्षतिग्रस्त ट्रैक्टर-ट्रॉलियों व उपकरणों की भरपाई सरकार करे। जिसमे भाकियू के जिलामहामंत्री अरुण कुमार पांडेय ने प्रदेश सरकार की बिजली नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि निजी ट्यूबवेल वाले किसानों को सिर्फ सात घंटे बिजली देने का रोस्टर बनाया गया है, जिसे अविलंब वापस लिया जाए। जिला उपाध्यक्ष शिवदयाल सिंह बघेल ने गौशालाओं से गर्मियों में आवारा पशुओं को छोड़ने की प्रथा पर रोक लगाने की मांग की। प्रदर्शन में मंडल सचिव रामकरण सिंह, उदय नारायण सिंह, दीपराज सिंह, बीरेंद्र सिंह, जसवंत सिंह चौहान, कमलेश पटेल, अर्जुन सिंह, सिद्धार्थ विक्रम, अमित पटेल, साधो प्रसाद, विजय त्रिपाठी, नीलकंठ द्विवेदी, राजकिशोर सिंह, नरेश तिवारी, नरेश सिंह, जिला मीडिया प्रभारी देवेंद्र सिंह समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment