जलियांवालां कांड के बाद नया अध्याय
कुलाधिपति को ज्ञात है
उच्चस्तरीय जांच की मांग
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां छात्राओं ने विश्वविद्यालय के कुलपति पर गंभीर आरोप लगाए हैं। छात्राओं का आरोप है कि कुलपति एवं गीता देवी कन्या छात्रावास की सहायक वार्डेन अर्चना यादव के बीच गलत संबंध हैं, जो न केवल उनके अधिकारों का उल्लंघन करते हैं बल्कि उनके मानसिक संतुलन को भी प्रभावित कर रहे हैं। छात्राओं का आरोप है कि कुलपति बिना सूचना के कभी भी छात्रावास में प्रवेश कर जाते हैं और उनके साथ अनचाही बातें करते हैं, साथ ही रात में उन्हें फोन कॉल करके परेशान करते हैं।
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| एडीएम व एएसपी को ज्ञापन देते छात्र |
दिव्यांग छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया कि इस व्यवहार के कारण उनके बीच असुरक्षा का माहौल बन गया है, जो पहले ही शारीरिक और मानसिक संघर्षों का सामना कर रही हैं। वे कहती हैं कि इन घटनाओं ने उनकी गोपनीयता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। इसके अतिरिक्त, छात्राओं ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन इस मामले में चुप्प है और कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। विश्वविद्यालय के जीवन पर्यंत कुलाधिपति महोदय को इस मामले से अवगत कराए जाने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। छात्राओं ने इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच और तत्काल कार्रवाई की मांग की है ताकि उनके अधिकारों की रक्षा हो सके। इस मामले में कुलपति से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।

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