सीडीओ ने साफ-सफाई के दिए निर्देश
प्रदूषित पानी की शिकायत पर पानी का लिया सेंपल
नरैनी, के एस दुबे । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले पियार गांव के मजरा डांड़िन पुरवा में खसरा फैला हुआ है। इनमें पांच बच्चे खसरे से पीड़ित पाए गए हैं। उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने फौरी तौर पर जांच पड़ताल करने के बाद मामले की इतिश्री कर ली। वहीं आशा बहुओं के हवाले छोड़ दिया। आशाएं घर-घर सर्वे करती रहीं। ग्रामीणों का कहना था कि गांव में टीकाकरण भी नहीं कराया गया। शुक्रवार को प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की टीम गांव पहुंच गई। सीडीओ ने ग्रामीणों से पूछतांछ की। ग्रामीणों ने साफ-सफाई न होने की बात बताई। इस पर सीडीओ ने तत्काल साफ-सफाई कराए जाने के निर्देश दिए।
डांड़िन पुरवा में मौजूद अधिकारीगण व अन्य |
पियार गांव के मजरा डांड़िन पुरवा गांव में खसरे का प्रकोप है। इसकी चपेट में पांच बच्चे आ गए थे। जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था। सूचना पाकर सीएचसी अधीक्षक विपिन शर्मा अपनी टीम के साथ गांव पहुंच गए थे। वहां पर फौरी तौर पर बच्चों को देखा। इसके बाद स्थिति सामान्य बताकर स्वास्थ्य विभाग चुप्पी साधकर बैठ गया। स्वास्थ्य विभाग ने गांव की व्यवस्था आशाओं के हवाले कर दी। आशाएं ही घर-घर सर्वे करती रहीं। ग्रामीणों का कहना था कि गांव में न तो सफाई होती है और न ही टीकाकरण का कार्य किया गया। इससे यह बीमारी फेल रही है। शुक्रवार को सीडीओ वेदप्रकाश मौर्य, एसडीएम जगत साईं, सीएमओ डा. अनिल कुमार श्रीवास्तव, बीडीओ प्रमोद कुमार सिंह, सीएचसी अधीक्षक विपिन कुमार शर्मा गांव पहुंच गए। सभी अधिकारियों ने गांव का भ्रमण किया। सीडीओ ने ग्रामीणों से साफ-सफाई के बारे में जानकारी दी। ग्रामीणों ने सफाई न होने की बात बताई। इस पर सीडीओ ने नाराजगी जताते हुए सफाई व्यवस्था के निर्देश दिए। वहीं ग्रामीणों ने दूषित पानी के बारे में भी जानकारी दी। ग्रामीणों का कहना था कि वह लोग दूषित पानी पी रहे हैं। इस पर आसपास नजदीक लगे हैंडपंपों के पानी का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। सीएमओ ने विद्यालयों में बच्चों को टीकाकरण किए जाने के निर्देश दिए हैं। कहा कि आसपास के सभी विद्यालयों के छात्रों का टीकाकरण करें। उनको दो दिन के लिए घरों में क्वारंटाइन कर दें। गांव में विशेष जांच करने पर यह पता चला कि खसरे की चपेट में पांच बच्चे आए थे। जिसमें रोशनी अपने माता पिता के साथ दिल्ली में रह रही थी। एक सप्ताह पहले ही वह दिल्ली से आई थी। जिसे खसरा हुआ था। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि खसरा एक संक्रमित बीमारी है जो छुआछूत से फेलती है। रोशनी को खसरा होने के बाद अन्य बच्चे भी उसकी चपेट में आ गए। इससे वह भी खसरा से पीड़ित हो गए। सीएमओ ने बताया कि वैसे तो इसका इन्फेक्शन 14 दिन के लिए होता है। बच्चे को 14 दिन तक क्वारंटाइन होना चाहिए। सीडीओ वेदप्रकाश शर्मा ने गांव में साफ-सफाई एवं नाली सफाई कराने के निर्देश दिए हैं। सीएमओ ने कहा कि यदि गांव में किसी बच्चे को छींक, लार या शरीर का तापमान गर्म महसूस हो तो बच्चों के अभिभावक तत्काल स्वास्थ्य विभाग को सूचना दें।
खसरे के साथ डायरिया का प्रकोप, चार भर्ती
नरैनी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले पियार गांव के मजरा डांड़िन पुरवा में खसरे का प्रकोप है। इसके बाद डायरिया ने भी लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच के दौरान डायरिया से पीड़ित चार बच्चे पाए हैं। इनमें सपना (5) पुत्री मातादीन, जगदीश (8) पुत्र रामबाबू, शिवानी एवं अनु को भर्ती कराया गया। इसके बाद उन्हें जिला अस्पताल भेजा गया। जिला अस्पताल के बाल्य रोग विशेषज्ञ डा. आरके गुप्ता का कहना है कि सभी बच्चों की स्थिति सामान्य है। उनकी हालत में सुधार हो रहा है।
गांव में डोर टू डोर कराया गया सर्वे
नरैनी। खसरा फैलने के बाद स्वास्थ्य विभाग नींद से जाग उठा। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने गांव का निरीक्षण किया। इसके साथ लेखपाल, एएनएम, आशाओं को संयुक्त रूप से डोर टू डोर सभी परिवारों का सर्वे कराया जा रहा है। यह सर्वे शुक्रवार की शाम तक पूरा कर लिया जाएगा। बताया कि इस मजरे में संभावित 70 बच्चों को चिन्हित करते हुए शनिवार को विशेष टीकाकरण कैंप लगाया जाएगा। कैंप में सभी बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। सीएमओ ने ग्रामीणों से अपील की है कि टीकाकरण में उनका सहयोग करें। झाड़फूंक और प्रेतबाधा के चक्कर में न पड़ें। उन्होंने यह भी कहा कि जो बच्चे कैंप में न आ पाएं, स्वास्थ्य कर्मी उनके घर जाकर बच्चों का टीकाकरण करें।
No comments:
Post a Comment