रिपोर्ट देवेश प्रताप सिंह राठौर
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान में औषधीय पौधों पर विशेष व्याख्यान आयोजित
झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा औषधीय पौधों के लाभ एवं उपयोग विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रो एन के दुबे ने कहां की वर्तमान का समय थिंक लोकली एवं एक्ट ग्लोबली का समय है। स्थानीय स्तर पर हमारे पास क्या संसाधन उपलब्ध है एवं उन संसाधनों को हम किस प्रकार वैश्विक उपयोग के अनुसार बना सकते हैं इस पर शोध की आवश्यकता है। भारत संपूर्ण विश्व में अपने औषधि पौधों के विज्ञान के लिए जाना जाता है। बायोडायवर्सिटी के हिसाब से भी हमारा देश सबसे संपन्न है। चरक संहिता में भी ऐसे ही अनेक औषधीय का उल्लेख है। आज प्राकृतिक चिकित्सा संपूर्ण विश्व में अपनायी जा रही है हमारे यहां प्राचीन काल से ही इसमें महारत हासिल है। समय है अपने पुरातन ज्ञान को नवीन
उपयोगिताओं के अनुरूप प्रस्तुत करना। इसके पूर्व कार्यक्रम संयोजक के डॉ राजेश कुमार पांडे ने प्रो एन के दुबे का स्वागत किया एवं विषय की प्रस्तावना प्रस्तुत की। डॉ गजाला रिजवी ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विपिन बिहारी महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ एम एम पांडेय, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग से डॉ आर के वर्मा, डॉ अमित तिवारी, पीएचडी स्कॉलर एवं बीएससी एमएससी के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
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