चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । शनिवार की रात बुखार से जूझ रहे तीन लोगों की मौत हो गई। इसमें एक मासूम बच्ची भी शामिल है। इन मौतों से परिवारों में शोक की लहर दौड़ गई है। स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठ रहे हैं। रैपुरा थाना क्षेत्र के अगरहुण्डा गांव की चार वर्षीय राधिका की बुखार से हालत बिगड़ गई थी। परिजनों ने उसे तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना से परिवार में कोहराम मच गया है। इसी क्रम में 70 वर्षीय गंगा बुखार से जूझ रहे थे। उनके पुत्र अवधराज ने बताया कि उन्हें तीन-चार दिनों से बुखार था। इलाज के बाद उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। कंठीपुर गाव के 34 वर्षीय राम
मर्चरी में बैठे मृतक के परिजन। |
कुमार जो दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में काम करता था। बुखार से परेशान होकर घर लौट रहे थे। ट्रेन में यात्रा के दौरान उसकी भरुआ सुमेरपुर के पास मौत हो गई। शव को चित्रकूट रेलवे स्टेशन पर उतारकर पुलिस ने पंचनामा किया। उनके परिवार में पत्नी संगीता व चार बच्चे हैं। उनका रो-रोकर हाल बुरा है। जिले में पिछले एक महीने से वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। अब तक कई मौतें हो चुकी हैं, जिससे स्थानीय लोगों में गहरी चिंता है।
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