पूरे प्रदेश से लखनऊ पहुंचकर विधान सभा घेराव का किया था ऐलान
देर रात पुलिस बल ने कांग्रेसी नेताओं को घरों में ही कर लिया कैद
बांदा, के एस दुबे । प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर जनता मांगे जवाब कब दोगे हिसाब के नारे के साथ विधानसभा घेराव को फ्लाप करने के लिए शासन-प्रशासन ने एक दिन पहले ही कमर कस ली और कांग्रेस के बड़े नेताओं को हाउस अरेस्ट करने का अभियान चला दिया। पुलिस ने जिलाध्यक्ष से लेकर पार्टी के सभी बड़े नेताओं के घर पर देर रात दस्तक दी और उन्हें घर पर गिरफ्तार करके बैठाए रखा। हालांकि जिलाध्यक्ष प्रद्युम्न कुमार लालू दुबे अपने घर पर नहीं मिले तो उनकी खोज खबर करके उन्हें चित्रकूट पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस की इस कार्रवाई को कांग्रेसियों ने दमनात्मक कार्रवाई बताते हुए प्रदेश की योगी सरकार को अब तक की सबसे डरपोक सरकार बताया।
घर में हाउस अरेस्ट महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष सीमा खान |
विधानसभा घेराव के लिए निकलने से पहले ही पुलिस प्रशासन एक्टिव हुआ और मंगलवार की रात में ही सभी कांग्रेसी नेताओं के घर पर पुलिस ने डेरा डाल दिया। जिलाध्यक्ष लालू दुबे घर पर नहीं मिले तो उनकी लोकेशन ट्रेस की गई और उनके चित्रकूट में होने की सूचना पर वहीं अरेस्ट कर लिया गया। इसके अलावा पुलिस ने मंगलवार की देर रात महिला कांग्रेस अध्यक्ष सीमा खान को उनके अलीगंज स्थित आवास पर धावा बोला और उन्हें उनके घर पर हाउस अरेस्ट कर लिया। महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती खान का कहना है कि बड़े-बड़े दावे करने वाली प्रदेश की योगी सरकार अब तक की सबसे डरपोक सरकार है। सरकार कांग्रेस के विधानसभा घेराव के ऐलान को लेकर घबराई हुई है और कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर दमनात्मक कार्रवाई कर रही है। कहा कि याेगी सरकार ने अपनी नाकामी को छिपाने के लिए एक बार फिर से पुलिस को आगे करने का काम किया है और कांग्रेिसयों को दमनात्मक रवैये से रोकने का प्रयास किया है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष अफसाना शाह को भी पुलिस ने रात में ही उनके निम्नीपार स्थित आवास पर हाउस अरेस्ट किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी कार्यकर्ता सरकार के दमनात्मक रवैये का मुंह तोड़ जवाब देने को तैयार हैं। कांग्रेस ने तो केवल प्रदेश की याेगी सरकार से सात साल का हिसाब मांगने का ऐलान किया था, लेकिन सरकार पुलिस के बल पर जनता की आवाज को दबाना चाहती है। जबकि कांग्रेस के प्रांतीय नेता मुमताज अली और जिला उपाध्यक्ष संकटा प्रसाद त्रिपाठी को भी उनके घरों में ही कैद कर लिया। कांग्रेस की महिला नेत्रियों महिलाओं को हाउस अरेस्ट करने के लिए महिला पुलिस कर्मियों की गैरमौजूदगी पर सवाल उठाए। कहा कि सरकार चाहे जितना प्रयास कर ले, लेकिन कांग्रेसियों को रोक पाना सरकार की पुलिस के बस की बात नहीं है। कांग्रेस के सैकड़ों नेता व कार्यकर्ता पहले ही लखनऊ के लिए कूच कर चुके हैं।
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