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Sunday, February 2, 2025

कव्वाली में फनकारों ने दिया भाईचारे का संदेश

सपा नेता डॉक्टर युसूफ व मोहम्मद अशफाक रहे आयोजक

खागा, फतेहपुर, मो. शमशाद । सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत कव्वाली एक लोकप्रिय विधा है जिसमें दीनी और दुनियावी दोनों प्रकार के कलाम के जरिए लोगों को अदब से जोड़ा जाता है। हथगाम क्षेत्र के मोहलिया गांव के एक मदरसे में डॉक्टर युसूफ एवं मोहम्मद अशफाक के संयोजन में कव्वाली का प्रोग्राम हुआ जिसमें इंटरनेशनल कव्वाल शरीफ परवाज एवं जानी-मानी फनकार सनम वारसी के बीच कव्वाली का मुकाबला हुआ। कार्यक्रम में भारी भीड़ जुटी। पुलिस प्रशासन भी मौजूद रहा। कव्वाली के प्रोग्राम में आपसी भाईचारे का संदेश देते हुए दिलकश कलाम पेश किए गए। आयोजकों ने फनकारों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन तथा प्रेस के लोगों का भी सम्मान किया।

कलाम पेश करतीं फनकार सनम वारसी व शरीफ परवाज।

मशहूर कव्वाल शरीफ शाहबाज ने कव्वाली की शुरुआत नाते पाक से की-दरे-मुस्तफा पर अगर मौत आए, मुझे आबे-जमजम से नहलाया जाए, जनाजा मेरा हर फरिश्ता उठाए, मोहम्मद के कदमों पे दफनाया जाए। ख्वाजा गरीब नवाज की शान में शरीफ परवाज ने कलाम पेश किया-अजमेर की नगरी में वो हिंद के राजा रहते हैं, उस देश का यारों क्या कहना जिस देश में ख्वाजा रहते हैं। गरीबों की सदा अजमेर की गलियों में मिलती है। शहर-ए-मदीना जाएंगे आका मिलेंगे, बगदाद में सब वलियों के राजा से मिलेंगे, फिर हिंद में आएंगे और ख्वाजा से मिलेंगे, चलो अजमेर चलो। गजल का दौर आया तो शरीफ परवाज फुल फॉर्म में आ गए। शरीफ परवाज ने सेहरा पढ़ा जिस पर बहुत दाद मिली। सेहरे की हर कली महकने लगी है, दूल्हा की किस्मत चमकने लगी है, अल्ला ने वो दिन आफाक को दिखाया, दुल्हन की चूड़ियां खनकने लगी हैं। दूल्हा दुल्हन को मुबारक हो प्यारा सेहरा। फनकारा सनम वारसी ने भी शेरो शायरी के माध्यम से कव्वाल शरीफ परवाज को जवाब दिया। उन्होंने भी नाते पाक और ख्वाजा गरीब नवाज की शान में कलाम पढ़े। अक्स पर इतराओ, आईना हमारा है, ताकतें तुम्हारी हैं और खुदा हमारा है। हम यजीद के हाथों बैत कर नहीं सकते, हम हुसैन वाले हैं, कर्बला हमारा है। सताने लगे मुझको दुनिया के गम, करम मेरे ख्वाजा करो। तुम्हें सय्यदा फातिमा की कसम, करम मेरे ख्वाजा करो। ऐसा न हो कि तू न आए, डोली और कोई ले जाए, सपनों के राजा जल्दी से आना। इस मौके पर प्रधान मुर्ताब खान, अशफाक खान गुड्डू, अशफाक अहमद पप्पू, सब इंस्पेक्टर रवींद्र सिंह, राजन कनौजिया, कैफ़ी, रशीद कुरैशी, मो. मुस्तफा, मो. इमरान, शहजाद अहमद, तौकीर उर्फ तौसीफ आदि विशिष्ट लोग मौजूद रहे।


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