पूर्व कोतवाल एके मिश्रा की लापरवाही हुई उजागर
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। एक प्रेमिका और दो प्रेमी के बीच कुछ ऐसा हुआ कि एक प्रेमी की हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में प्रेमिका समेत हत्यारे प्रेमी को दबोचकर जेल भेजा है। ये मामला है कोतवाली कर्वी के बरवारा गांव का। बताया गया कि कोतवाली कर्वी में निखिल पटेल (22) पुत्र लखपत सिंह तीन जनवरी को घर से लापता हो गया था। इस बाबत आठ फरवरी को कोतवाली कर्वी में गुमशुदगी दर्ज करने में पुलिस ने भारी लापरवाही बरती थी। 21 फरवरी को गुमशुदगी को तरमीम कर अपहरण के मामले में कमल पुत्र धर्मजीत उपाध्याय व शनि पुत्र पप्पू डाॅक्टर निवासी बरवारा को नामजद किया था। पुलिस ने कृपाशंकर उपाध्याय उर्फ
कमल पंडित पुत्र धर्मजीत की निशानदेही पर नहर किनारे बांस कोठी के नीचे गड्ढे से निखिल का शव बरामद किया। पूंछताछ में कमल पंडित ने बताया कि गांव की सीमा वर्मा से पहले निखिल पटेल के नाजायज सम्बन्ध थे। बाद में उसके भी सीमा से सम्बन्ध हो गये। तीन जनवरी की रात 11 बजे सीमा गांव के बाहर मानसिंह के खेत में थी, वहां निखिल के पहुंचने पर सीमा ने उसे फोन कर बुला लिया। निखिल के नशे में होने के चलते दोनों ने निखिल की हत्या कर दी।
बांस की कोठी में गहरा गड्ढा खोदकर चार जनवरी की रात एक बोरी नमक डालकर निखिल को दफना दिया। निखिल का फोन दफनाते समय गड्ढे में गिर गया था। पुलिस ने निखिल का शव व फोन गड्ढे से बरामद कर मामले को हत्या व सबूत नष्ट करने के मामले में तरमीम कर लिया। दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। पुलिस टीम में कर्वी कोतवाल दीपेन्द्र सिंह, निरीक्षक अपराध प्रभुनाथ यादव, दरोगा राधेश्याम सिंह, दरोगा सदानन्द सिंह, दरोगा मुन्नीलाल, दरोगा विनय विक्रम सिंह, दीवान फरजन्द अली, सिपाही वीरपाल, दीपांकर ंिसह, रोशन सिंह, रोहित सिंह, बहोरन सिंह, गौरव यादव, शिवम राजपूत, धीरेन्द्र किशोर, महिला सिपाही स्वाती, प्रीती दीक्षित, रचना यादव व पूजा सिंह शामिल रहीं। पुलिस अधीक्षक श्रीमती वृन्दा शुक्ला ने बताया कि एफआईआर देर से लिखने पर पूर्व कोतवाल एके मिश्रा के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिये गये हैं। दरोगा राधेश्याम सिंह को निलम्बित कर दिया गया है।


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