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Tuesday, April 25, 2023

जिला अस्पताल में मरीजों को निःशुल्क मिल रही डायलिसिस सुविधा : सीएमएस

चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। जिला अस्पताल में निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा आम जनता के लिए बेहद मददगार साबित हो रही है। जिला अस्पताल सोनेपुर में तीन मशीनों से लोगों को डायलिसिस की सुविधा दी जा रही है। अब तक तीन मशीनों से लगभग हजारों निःशुल्क डायलिसिस किए गए। गौरतलब है कि शासन से जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है। इसी कड़ी में किडनी सम्बन्धी बीमारियों से ग्रसित मरीजों के लिए जिला अस्पताल सोनेपुर में संचालित निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा वरदान बनकर उभरी है। पहले डायलिसिस को मरीजों को जिले से बाहर जाकर महंगे खर्च करने पड़ते थे। आज जिले में ही एक दिन में ही 5-6 मरीज तक को सुविधा देने में जिला चिकित्सालय सक्षम है। डायलिसिस को चिकित्सालय में भर्ती 32 वर्षीय दीनबंधु के परिजनों ने बताया कि वे लगातार जिला अस्पताल में डायलिसिस को आ रहें हैं। पहले डायलिसिस कराने को बहुत सोचना पड़ता था। खर्चे संभालने पड़ते थे। आना-जाना फिर अस्पताल में चिकिस्ता का खर्च बहुत हो जाता था। अब शासन-प्रशासन ने यहां निःशुल्क डायलिसिस सुविधा की राहत दी है। एक अन्य मरीज के परिजनों ने बताया कि पहले डायलिसिस को कानपुर जाते थे। जहां फीस के साथ आने-जाने का खर्च ही पांच से छह हजार तक हो जाता था। यहां निःशुल्क डायलिसिस से उन्हें काफी लाभ मिला है। 


जिला अस्पताल में मेजर ऑपरेशन श्रेणी में जनरल एवं स्पाइनल एनेस्थेसिया से संबंधित काफी मरीजों को इलाज का लाभ मिला। जिसमें ऑर्थो, जनरल तथा ईएनटी यानी कान, नाक और गला संबंधी सर्जरी शामिल हैं। एसएनसीयू यूनिट में उन नवजात बच्चों की विशेष देखभाल की जाती है जो बीमार हो जाते हैं या जन्म के समय बीमार पड़ जाते हैं। जिला चिकित्सालय में स्थापित इस यूनिट से प्रत्येक माह 50-60 से ज्यादा बच्चों को विशेष नवजात शिशु देखभाल यूनिट में भर्ती किया जाता है। उन्हें चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ की देखरेख में सफल चिकित्सा मुहैया कराई जाती है। 

मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ सुधीर शर्मा ने बताया कि जिला चिकित्सालय में दूर-दराज से मरीज आते हैं। मरीजो को किसी प्रकार की समस्या न हो। इसके लिए सभी डॉक्टरों को निर्देश दिये गये हैं कि सभी मरीजों का समुचित इलाज किया जाए। सीएमएस डॉ सुधीर शर्मा ने बताया कि जिला अस्पताल में खून की सारी जांच, डिजिटल एक्सरे, स्कैन, डायलसिस की सुविधा उपलब्ध है। जिला चिकित्सालय में एमआरआई की सुविधा नहीं है। उसके लिए प्रयास जारी हैं, ताकि बुंदेलखंड के सबसे पिछड़े जिले में जनता को एमआरआई का भी लाभ मिल सके।

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