विश्व मलेरिया दिवस मनाया, मरीजों की हुई जांच - Amja Bharat

Amja Bharat

All Media and Journalist Association

Breaking

Thursday, April 27, 2023

विश्व मलेरिया दिवस मनाया, मरीजों की हुई जांच

फतेहपुर, मो. शमशाद । जिले में विश्व मलेरिया दिवस मनाया गया। अधिकतर स्वास्थ्य केंद्रों व शैक्षणिक संस्थानों पर विविध कार्यक्रम हुए। शिविर, गोष्ठी, परिचर्चा और पेंटिंग प्रतियोगिता के जरिए जनपदवासियों को मलेरिया के बारे में जागरूक किया। सीएमओ सभागार में सभी चिकित्सा अधीक्षकों के साथ बैठक कर मलेरिया के प्रति मरीजों की जांच कराने पर चर्चा की गई। इसके साथ ही धाता कस्तूरबा गांधी और विजयीपुर कस्तूरबा गांधी में बुखार से पीडित बच्चों की मलेरिया जांच की गई। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुनील भारतीय ने बताया कि मच्छरों का प्रकोप पहले सिर्फ बारिश के दौरान और बारिश के बाद दिखता था जबकि अब 2-3 महीने छोड़ दीजिए तो पूरे साल ही दिखते हैं। इसलिए आवश्यकता पड़ने पर मलेरिया रोकने के लिए अब फॉगिंग का कार्य पूरे साल चलेगा। साथ ही हमारी स्वास्थ्य टीमें सर्वाधिक मच्छर वाले इलाकों को चिन्हित कर रही हैं। उन्होंने बताया कि इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि इस बार विश्व मलेरिया दिवस की थीम शून्य मलेरिया देने का समय निवेश, नवाचार, कार्यान्वयन है। इस थीम का उद्देश्य वैश्विक उन्मूलन

विश्व मलेरिया दिवस पर कार्यक्रम में भाग लेते लोग।

लक्ष्यों को प्राप्त करने में नवाचार की ओर ध्यान आकर्षित करना और उनको जमीनी स्तर पर क्रियान्वित करना है। उन्होंने बताया कि अब तक 12477 मरीजों की जांच की गई जिसमें पांच मरीज मलेरिया ग्रस्त पाए गए हैं। जिला मलेरिया अधिकारी सुजाता ठाकुर ने बताया कि वर्तमान में संचालित संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मच्छरों के प्रजनन स्रोतों को नष्ट कराया जा रहा है। एंटी लार्वा का छिड़काव तथा फागिंग भी कराया जा रहा है। इस कार्य में नगर विकास विभाग एवं पंचायती राज विभाग सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मलेरिया की जांच व उपचार की सुविधा जिला मुख्यालय के अलावा सभी सीएचसी, पीएचसी पर उपलब्ध है। सहायक जिला मलेरिया अधिकारी कीर्ति रंजन ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार आशा कार्यकर्ता ग्रामीण क्षेत्र में जाकर रोगी की पहचान कर रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट (आरडीटी) किट से त्वरित जांच कर रही हैं। इसके लिए समस्त आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित भी किया गया है। जांच में मलेरिया धनात्मक पाए जाने पर जल्द से जल्द रोगी का निरूशुल्क पूर्ण उपचार किया जाएगा। 

हफ्ते भर में अंडा बन जाता है मच्छर

मलेरिया का प्रसार मादा एनोफिलीस मच्छर के काटने से होता है। एक अंडे से मच्छर बनने की प्रक्रिया में पूरा एक सप्ताह का समय लगता है। इस कारण सप्ताह में एक बार एंटीलार्वा का छिड़काव किया जाता है। यदि किसी जलपात्र में पानी है तो उसे सप्ताह में एक बार जरूर खाली कर दें। जैसे कूलर, गमला, टीन का डिब्बा, नारियल का खोल, डिब्बा, फ्रिज के पीछे का डीफ्रास्ट ट्रे की सफाई हमेशा करते रहना आवश्यक है। मलेरिया से संक्रमित व्यक्ति का समय से इलाज शुरू होने पर जान जाने का खतरा कम हो जाता है।

बचाव के लिए क्या करें

मलेरिया से बचाव के लिए रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए। आसपास दूषित पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए। साफ-सफाई रखनी चाहिए। बुखार होने पर तत्काल आशा से संपर्क करें या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर परामर्श लें। सही समय पर निदान उपचार होने से रोगी पूर्णतः स्वस्थ हो जाता है।


No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad

Pages