आंखों के संक्रमण से ग्रसित मरीजों में नौनिहाल भी
फतेहपुर, मो. शमशाद । शहर से लेकर गांव तक आंखों में संक्रमण यानी कंजेक्टिवाइटिस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आंखों में लालिमा, जलन होना, खुजली होना, आंखों से पानी आना एवं सूजन जैसी समस्याओं से ग्रसित लोग गांव के मजरों से लेकर शहर की गलियों तक देखे जा सकते है। आंखों से संबंधित इस रोग से ग्रसितों में बड़ी तादात में छोटे बच्चे भी पीड़ित है। तमाम बच्चे आखों में जलन, खुजली होना, दर्द व आंखों से पानी आने की शिकायत को लेकर डॉक्टरों के पास जा रहे हैं। जहां अस्पताल में तैनात चिकित्सको ने ऐसे बच्चो को दवाई देने के साथ ही पूरी तरह आराम मिलने में छह से आठ दिनों तक समय लगना बताया है। आंखों से संबंधित इस संक्रमण को चिकित्सा विज्ञान की भाषा में कंजेक्टिवाइटिस कहा जाता है। चिकित्सकों की मानें तो बरसात का मौसम में संक्रमण इस रोग के फैलने की अहम वजह है।
- - आंखों का लाल होना।
- - आंखों में जलन व खुजली होना।
- - जलन होने के साथ ही आँखों से पानी आना।
- - आंखों में सूजन व दर्द का होना
ऐसे करें बचाव
चिकित्सकों की मानें तो इस रोग से बचाव के लिये ग्रसित लोगों को पहले अपने हाथ अच्छी तरह से साबुन से धोने के बाद आंखों को साफ पानी से धोना चाहिए, संक्रमित व्यक्ति को आंखों में काला चश्मा का सेवन करना चाहिये, बर्फ से सिकाई एवं किसी भी तरह की दवाई चिकित्सक की सलाह से ही करना चाहिये।
बचाव की जानकारी देकर बांटी होम्योपैथिक दवा
फतेहपुर। रेडक्रास सोसाइटी व डॉ सत्यनारायण सेवा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में रेडक्रास सोसाइटी के चेयरमैन डॉ अनुराग श्रीवास्तव ने आंखों की बीमारी कंजक्टिवाइटिस के प्रकोप को कम करने में सहायक होम्योपैथिक औषधि कम्पोजिट विद्यालय बीराबुद्धनपुर हसवा के 42, प्राथमिक विद्यालय अस्ती के 220 एवं कम्पोजिट विद्यालय अस्ती के 110 बच्चों को को प्रदान की। साथ ही डॉ अनुराग ने आँखों को बराबर पानी से धुलने, काला चश्मा पहनने व संक्रमित बच्चे के स्पर्श से बचाव हेतु जागरूक भी किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य राजीव कुमार श्रीवास्तव, आसिया फारूकी, तरन्नुम अंसारी सहित सभी अध्यापक व अध्यापिकाएं उपस्थित रहीं।

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