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Saturday, August 5, 2023

शौचालय का ताला न खुलने से खुले में जाने को मजबूर लोग

पुरानी बाजार व बहुआ के पुराने मेन रास्ते पर स्थित है सामुदायिक शौचालय

बहुआ/फतेहपुर, मो. शमशाद । नगर पंचायत में लाखां की लागत से बने सुलभ शौचालय में हमेशा ताला बंद रहता है जिससे लोग शौचक्रिया के लिए बाहर जाने को मजबूर हैं। नगर पंचायत द्वारा पूरे नगर को दो वर्ष पहले ओडीएफ घोषित कर दिया गया था। जिसके लिए नगर पंचायत ने विज्ञापन में लाखों खर्च कर दिया। कागजों में कोरम पूरा करने के लिए ओडीएफ घोषित कर दिया लेकिन धरातल में नगर पंचायत शून्य रहा। जवाहर नगर में बने सुलभ शौचालय में नगर पंचायत द्वारा खुलने का समय भी लिख रखा है। सुबह चार बजे से रात्रि दस बजे तक समय निर्धारित है लेकिन ऐसा कुछ भी नही है। शौचालय में हमेशा ताला बंद रहता है। जवाहरनगर निवासी सुरेंद्र, राजेंद्र, अबुल, गोलू, कन्हैया व कुछ महिलाओं का कहना है कि सुलभ शौचालय को खुलवाने के लिए नगर पंचायत कार्यालय जाना पड़ता है। यह कभी नहीं खुलता इसमें हमेशा ताला लगा रहता है। कभी कभार सफाई कर्मचारी आकर साफ कर देता है। लोगों के अनुसार यह मार्ग पहले बहुआ जाने के लिए मुख्य मार्ग हुआ करता था। इसी

सामुदायिक शौचालय का बंद ताला।

मार्ग में अंदर बहुआ की पुरानी बाजार लगती थी जिससे लोग यहां से बहुआ बाजार के लिए सैकड़ो को संख्या में लोग निकलते है। अगर राहगीर या मोहल्ले के लोगो को शौचक्रिया के लिए जाना हो तो पहले ताले की चाभी नगर पंचायत कार्यालय से लानी पड़ेगी तभी कोई शौचक्रिया के लिए जा पायेगा। देश के प्रधानमंत्री मोदी का उद्देश्य है कि कोई भी व्यक्ति शौचक्रिया के लिए बाहर खुले में न जाये लेकिन नगर पंचायत बहुआ के दबंग अध्यक्ष पति व अधिशाषी अधिकारी के रूढ़ी बर्ताव के कारण लोग शौचक्रिया के लिए बाहर जाने को मजबूर हैं। नगर पंचायत को आदर्श नगर पंचायत का दर्जा प्राप्त है। इस विषय में जब नगर पंचायत के ईओ आशीष चक्रवर्ती से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होने फोन रिसीव नहीं किया।


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