सीएचओ रहते नदारद, दवाईयों का रहता टोटा
खागा/फतेहपुर, मो. शमशाद । विकास खंड क्षेत्र में बनाए गए उप स्वास्थ्य केंद्रों को इलाज की दरकार है। खिड़की-दरवाजे से कहीं भवन जर्जर है। परिणाम है कि ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। ऐसा नहीं कि इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों को नहीं है। अफसर जानकर भी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। ऐरायां विकास खंड क्षेत्र के गांवों में कुल 24 उप स्वास्थ्य केंद्र बनाए गए हैं। जिसमें 14 जगहों पर सीएचओ तैनात किए गए हैं। इस पर ग्रामीणों को संपूर्ण टीकाकरण, गोल्डेन कार्ड, वैक्सीनेशन, स्वास्थ्य संबंधी जानकारी गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण
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| बदहाली हालत में उप स्वास्थ्य केंद्र। |
आदि की सुविधा मिलनी चाहिए। विभागीय उदासीनता के चलते आमजन को इन सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐरायां मशायक गांव का उप स्वास्थ्य केंद्र आबादी से दूर बना दिया गया है। इसका भवन कब ढह जाएगा? कोई भरोसा नहीं है। रसूलपुर भंडरा, कोरका, इजूरा बुजुर्ग गांव में किराए के भवन में उप स्वास्थ्य केन्द्र संचालित है। अफोई उपकेंद्र पर लगे खिड़की दरवाजे गायब हो चुके हैं। भवन की हालत भी ठीक नहीं है। कब्जे का प्रयास भी जारी है। यहां एएनएम कभी कभार आती हैं तो पंचायत भवन में बैठकर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाती हैं।


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