कमासिन के इंगुवा में स्थित गौशाला में 374 गौवंश संरक्षित मिले
बांदा, के एस दुबे । डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने गौशालाओं का निरीक्षण और व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. शिवकुमार और खण्ड विकास अधिकारी कमासिन ओम प्रकाश द्विवेदी, डा. कमलेश कुमार पशु चिकित्सा अधिकारी कमासिन ने अस्थायी गौ आश्रय स्थल इंगुवा कमासिन का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गौ आश्रय स्थल में 374 गौवंश संरक्षित पाये गये और गौवंशों को खाने के लिए लगभग 200 कुन्तल गेंहूं, चना, मसूर का भूसा उपलब्ध मिला। साथ ही पेयजल के लिए समरसेबिल संचालित पाया गया। निरीक्षण के दौरान गौवंशों को छाया में रखने के लिए छः अस्थायी बांस के टट्टर, घास के निर्मित सेड पाये गये। गौ आश्रय स्थल के अन्दर छाया के लिए वृक्ष भी लगे पाये गये। गौवंशों को छाया में रखने के लिए निर्देश दिये गये हैं।
गौशाला का निरीक्षण करते अधिकारीगण |
गौ आश्रय स्थल पर गौवंशों को खिलाने के लिए हरे चारे के रूप में बरसीम को भी काटकर भूसे में मिलाकर गौवंशों को दिया जा रहा है। निरीक्षण के समय उपस्थित ग्राम प्रधान को गर्मी से बचाव के लिए अतिरिक्त तिरपाल गलाने के भी निर्देश मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने दिये हैं। गौशाला में केयर टेकर उपस्थित पाये गये, जिनको निर्देशित किया गया कि गौवंशों को और बेहतर रूप से गर्मी के मौसम को देखते हुए रखा जाए। पशु चिकित्सा अधिकारी गिरवां ने विकाख खण्ड महुआ के अस्थायी गौ आश्रय स्थल नौहाई का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान 137 गौवंश संरक्षित पाये गये तथा एक गौवंश बीमार मिला, जिसका इलाज किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान गौ आश्रय स्थल पर सेड और पानी के लिए चरही की व्यवस्था पायी गयी तथा प्रधान सहित चार केयर टेकर उपस्थित पाये गये। गौवंशों को भूसा, पुआल की कटिया व चोकर खिलाया जा रहा है। मौके पर दो बोरी चोकर गुड व नमक पाया गया। निरीक्षण के दौरान केयर टेकरों को गौवंशों की समुचित देखभाल रखने एवं गर्मी से बचाव के लिए छाया व टीनसेड में रखने के निर्देश के साथ साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये गये।
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