राजनीतिक पार्टियों द्वारा की जा रही उपेक्षा को अपमान माना
बांदा, के एस दुबे । लोकसभा क्षेत्र में सर्वाधिक संख्या के बावजूद इस चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल ने ब्राह्मण समाज को तवज्जो न देने को ब्राह्मणों ने समाज के अपमान के रूप में लिया है। समाज के लोगों ने राजनीतिक पार्टियों की इस उपेक्षा को पूरे समुदाय का अपमान माना है। इस संबंध में ब्राह्मण महासभा की आवश्यक बैठक बुलाकर आगामी रणनीति पर चर्चा की गई और ब्राह्मण समाज के सम्मान वापस दिलाने का संकल्प लिया गया। गुरुवार को शहर के सिविल लाइन में आयोजित ब्राह्मण महासभा की बैठक में अध्यक्ष संतोष द्विवेदी ने कहा कि बांदा-चित्रकूट संसदीय क्षेत्र से अब तक सर्वाधिक नौ बार ब्राह्मण समाज का प्रतिनिधित्व रह चुका है। संसदीय क्षेत्र
बैठक को संबोधित करते ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष |
में सर्वाधिक संख्या होने के बावजूद किसी भी प्रमुख दल ने समाज को अहमियत न देकर समाज का अपमान किया है। बताया कि समाज का एक एक व्यक्ति अपने साथ अन्य वर्ग को प्रभावित करने की क्षमता रखता है और भारतीय संस्कृति व भारतीय के संरक्षण में समाज की प्रमुख भूमिका रही है। उन्होंने सियासी दलों को चेतावनी देते हुए कहा कि कोई भी दल या व्यक्ति ब्राह्मण समाज के धैर्य को उनकी कमजोरी समझने की भूल न करे। श्री द्विवेदी ने कहा कि इस बार ब्राह्मण समाज अपनी ताकत दिखाने को तैयार है और किसी भी दल से समाज का उम्मीदवार आने पर पूरी ताकत के साथ जुट कर संसद में भेजने का काम करेगा। उन्होंने प्रदेश सरकार से भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग बुलंद की। इस मौके पर जगतराम तिवारी, शिवशंकर द्विवेदी, चंद्रशेखर मिश्रा, केके दीक्षित आदि प्रमुख लोग शामिल रहे।
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