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Monday, June 3, 2024

नश्वर पदार्थों की प्राप्ति में समय, साधन न करें व्यर्थ: नवलेश दीक्षित

चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । सीतापुर कस्बे में श्रीमद्भागवत कथा के चैथे दिन कथा व्यास भागवत रत्न नवलेश दीक्षित ने भगवान कृष्ण के जन्म व लीलाओं की कथा सुनाकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। सोमवार को नवलेश दीक्षित ने कहा कि परमात्मा ही परम सत्य है। हमारी वृत्ति परमात्मा में लगेगी तो संसार गायब हो जाएगा। परमात्मा संसार में घुले-मिले हैं तो संसार का नाश होने पर भी परमात्मा का नाश क्यों नहीं होता। भगवान संसार से जुड़े भी हैं और अलग भी हैं। आकाश में बादल रहता है। बादल के अंदर भी आकाश तत्व है। बादल के गायब होने पर आकाश गायब नहीं

 कथा व्यास नवलेश दीक्षित।

होता। इसी तरह संसार गायब होने पर परमात्मा गायब नहीं होते। संसार की कोई भी वस्तु भगवान से अलग नहीं है। कथा व्यास ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियों के घरों से माखन चोरी की। दूध का सार तत्व माखन है। गोपियों के घर से केवल माखन चुराया अर्थात सार तत्व को ग्रहण किया। प्रभु समझाते हैं कि सृष्टि का सार तत्व परमात्मा है। असार यानी संसार के नश्वर भोग पदार्थों की प्राप्ति में समय, साधन व सामर्थ को अपव्यय न करे। अपने अंदर स्थित परमात्मा को पाने का लक्ष्य रखना चाहिए। इसी से जीवन का कल्याण संभव है। इस अवसर पर कथा के मुख्य यजमान गिरजाशंकर पांडे, धर्मपत्नी सुशील पांडे ने विद्वत पूजन किया।


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