कानपुर, प्रदीप शर्मा - डीबीएस महाविद्यालय में बुधवार को गीता जयंती के अवसर पर मानव श्रृंखला एवं गीता पाठ का आयोजन किया गया कार्यक्रम में प्राचार्य प्रो. अनिल कुमार मिश्रा ने गीता के महत्व पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि गीता में कर्म योग ज्ञान योग भक्ति योग का सुंदर समन्वय देखने को मिलता है आज विश्व के अनेकों देश में गीता में शोधपीठ और अध्ययन शालाएं बनी है। कार्यक्रम की संयोजिका संस्कृति विभाग की प्रभारी प्रोफेसर प्रीति राठौड़ ने गीता के अनेकों श्लोक का वाचन किया उन्होंने छात्रों को बताया कि किस प्रकार भगवान श्री कृष्ण ने कर्म से विमुख
अर्जुन को कर्म में प्रव्रत होने का संदेश दिया। इस अवसर पर छात्रों ने जो नर गाते गीता ज्ञान, उनका जीवन बनता महान, गीता ज्ञान महान है, भारत की पहचान है, गांव मोहल्ला, देश-विदेश फैलाये गीता संदेश जैसे नारे लगाए। विभाग की एसोसिएट डॉक्टर प्रत्युष वत्सला ने गीता गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में प्रो.के.के. श्रीवास्तव, प्रो.मंजू अवस्थी,प्रो.पी.एस. त्रिपाठी, डॉ.अर्चना शुक्ला, डॉ.अनुपम दुबे, डॉ.अनुज वर्मा, डॉ. राजेश निगम, प्रो.सुनील उपाध्याय, प्रो.राजीव सिंह, प्रो.शैलेंद्र शुक्ला, प्रो.रंजना श्रीवास्तव, डॉ.प्रवीण सिंह सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
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