कानपुर, प्रदीप शर्मा - विकास आयुक्त कार्यालय, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित तथा विस्तार इकाई, सुगन्ध एवं सुरस विकास केन्द्र, कानपुर एवं आरोग्य भारती, कानपुर प्रान्त के संयुक्त तत्वावधान में सुगंधी एवं इससे संबंधित उद्योग की जागरूकता के लिये रविवार को उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम पी जी कॉलेज, अतर्रा, बाँदा में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में अतर्रा, बाँदा के क्षेत्रीय कृषक, पी जी कॉलेज के विद्यार्थी एवं आरोग्य भारती के कार्यकर्तों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतर्रा, बाँदा के अरोग्य भारती के संयोजक चंद्र मौली उपाध्याय ने सभी का स्वागत किया। सुगन्ध एवं सुरस विकास केंद्र के डॉ.भक्ति विजय शुक्ला, आरोग्य भारती कानपुर प्रान्त के उजागिर सिंह, रमाकान्त पांडेय तथा पी.जी.कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ.अवधेश चंद्र मिश्रा ने दीप प्रज्ज्वलित किया ।सुगन्ध एवं सुरस विकास केंद्र के डॉ .भक्ति विजय शुक्ला ने सुगंधि एवं औषधीय की खेती कर इसका व्यायसायिक उपयोग किए जाने तथा इससे सम्बंधित उद्यम स्थापित किए जाने के बारे मे
जानकारी दी। उन्होंने अतर्रा, बाँदा के आस पास किन सुगन्धित पौधों की खेती हो सकती है इस पर विशेष रूप से लेमनग्रास, सिट्रोनिला तथा पमारोसा आदि की विशेष चर्चा की। पुष्कल त्रिपाठी ने उद्योग में बौद्धिक संपदा अधिकार के बारे में तथा इसकी उपयोगिता के बारे में बताया। उजगगिर सिंह ने औषधीय पौधों तथा विशेष कर नौ ग्रह वाटिका में लगाने वाले औषधीय पौधों के बारे में बताया। अन्तिम सत्र में सुगन्ध एवं सुरस विकास केन्द्र के डॉ भक्ति विजय शुक्ला ने भारत सरकार से उद्योग स्थापित करने के।लिए मिलने वाली विभिन्न सुविधाओं के विषय में तथा उद्योग लगाने की उत्तर प्रदेश तथा भारत सरकार विभिन्न योजनाओं के बारे में विशेष कर वित्तिय सहायता वाली योजनाओं के विषय में जानकारी दी। बारे में बतलाया कार्यक्रम चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी, अम्बिका प्रसाद द्विवेदी, पी.जी. कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ .अवधेश चन्द्र मिश्रा ,जिला संयोजक अवधेश सिंह, विनोद पांडेय, डॉ.वैजनाथ आदि लोग मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment