मौला अली को साहस व न्याय के लिए किया जाता याद
फतेहपुर, मो. शमशाद । इस्लाम मज़हब के चौथे व शिया सुमदाय के प्रथम इमाम खलीफा हज़रत अली के जन्मदिन के अवसर पर मुस्लिम समुदाय द्वारा जगह जगह लंगर का आयोजन किया गया। पीरनपुर स्थित सभासद मो0 आफताब के नेतृत्व में चाय व खीर के लंगर का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में राहगीरों व मोहल्ले के लोगो में चाय व खीर वितरित की गई। ठंड के मौसम में गर्म चाय ने लोगो को राहत पहुंचाई। वहीं लोगों ने खीर का आनंद लिया।
हजरत अली के जन्मदिन पर पीरनपुर में चाय वितरित करते युवा। |
आयोजक मो0 फैसल अब्बास व सभासद मो0 आफताब ने बताया कि इस्लाम धर्म के खलीफा हज़रत अली को 656 ई में इस्लाम धर्म में दाखिल होने वाले प्रथम पुरूष माना जाता है। हज़रत अली पैगम्बर मोहम्मद (स) के दामाद भी थे। पैगम्बर मोहम्मद के विसाल के बाद धर्म संबंधी नेतृत्व की बागडोर हज़रत अली को सौंपी गई। उन्होंने 661 ई. तक शासन किया। रमज़ान माह के 19 वें दिन कूफा मस्जिद में प्रार्थना करते समय जहरीली तलवार से उन पर घातक प्रहार किया गया। हज़रत अली इस्लाम धर्म के चौथे खलीफा व शिया समुदाय के प्रथम इमाम थे इस कारण शिया और सुन्नी दोनों ही समुदाय के मुसलमानो में सर्वमान्य है। इस्लामी कैलेंडर के अनुसार रजब माह के 13 वें दिन जन्मदिन मनाया जाता है। मक्का में जन्मे हज़रत अली इब्ने अबी तालिब को उनकी बुद्धिमत्ता, साहस और न्याय के लिए याद किया जाता है। इस मौक़े पर नजमी कमर, मो0 फैसल अब्बास, सरदार आदि रहे। वहीं शहर के कर्बला ख़लीलनगर, बाकरगंज, लालबाजार, बिंदकी बस स्टॉप समेत अन्य स्थानों पर चाय, बिस्किट आदि लंगर का अभी आयोजन किया जाता रहा जो कि देर शाम तक जारी रहा। सर्दी व कोहरे के मौसम के बीच गर्म चाय व बिस्किट ने लोगों को ठंड से राहत पहुंचाई।
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