Pages

Wednesday, January 1, 2025

भक्त व भगवान एक सिक्के दो पहलू : सुरभि

खागा, फतेहपुर, मो. शमशाद । नगर के एक मैरिज हॉल में श्रवण कथा के अंतिम दिन कथा वाचिका वाटिका वैदेही सुरभि ने भगवान और भक्त की अद्भुत कथाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। इस पावन अवसर पर उन्होंने जयंत और माता जानकी की कथा का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि कैसे भगवान श्रीराम और माता जानकी की लीला मानव जीवन को सही दिशा में ले जाने का संदेश देती है। कथा के दौरान उन्होंने जयंत की कथा को रोचक ढंग से प्रस्तुत किया। जिसमें जयंत ने श्रीराम की परीक्षा लेने के प्रयास में कठोर दंड पाया। उन्होंने इसे भगवान की कृपा

कथा में प्रवचन करतीं कथा वाचिका वैदेही सुरभि।

और न्याय का प्रतीक बताया। माता जानकी के समर्पण और आदर्श चरित्र का उल्लेख करते हुए, उन्होंने जीवन में पवित्रता, प्रेम और सेवा के महत्व को रेखांकित किया। कथा वाचिका ने कहा कि भगवान अपने भक्तों की सच्ची भक्ति से प्रसन्न होते हैं और उनके जीवन में सभी संकट हर लेते हैं। कथा के समापन पर आरती और प्रसाद वितरण हुआ। बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस दिव्य कथा का आनंद लेने पहुंचे और भाव-विभोर होकर प्रभु भक्ति में लीन हो गए। इस आयोजन ने नगर में भक्तिमय वातावरण का निर्माण किया। इस दौरान यजमान रामगोपाल सिंह, गीता सिंह, अनंत सिंह, रामकुमार सिंह, सुरेंद्र सिंह, अनिल बाजपेई सहित मौजूद रहे।


No comments:

Post a Comment