रामनगर/चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । टीबी जैसी गंभीर बीमारी के उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से संकल्पित है। इसी क्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर में गेल इंडिया लिमिटेड के सहयोग से एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मऊ व रामनगर ब्लॉक के 355 टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार किट वितरित की गई। ऐसे मरीज, जिन्हें सुनने में परेशानी थी, उन्हें सुनने की मशीन भी दी गई। कार्यक्रम में जिला क्षय अधिकारी डॉ. अरुण पटेल ने टीबी से बचाव और उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी। वहीं, रामनगर के
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| टीबी मुक्ति के अभियान में पौष्टिक आहार किट वितरित करते अतिथि |
चिकित्साधीक्षक डॉ शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि टीबी कोई लाइलाज बीमारी नहीं है, बल्कि इसका पूर्ण उपचार संभव है। बताया कि सरकार इस दिशा में गंभीर है व टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार के लिए 500 रुपये की आर्थिक सहायता भी दे रही है। आगे कहा कि गांव-गांव स्वास्थ्य कर्मी और आशा कार्यकर्ता मरीजों की पहचान कर उन्हें उपचार से जोड़ रहे हैं। हमारा लक्ष्य है कि वर्ष 2025 के अंत तक रामनगर को टीबी मुक्त ब्लॉक बनाया जाए। अपील की कि टीबी को छुपाने की बजाय इसका उपचार कराएं, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। कार्यक्रम में गेल इंडिया लिमिटेड के प्रशांत शुक्ला, नयन फाउंडेशन से विवेक मिश्रा, बीपीएम सुदामा प्रसाद, अजितेश निगम, बीरेंद्र सिंह, चंद्र प्रकाश समेत तमाम स्वास्थ्य कर्मियों व मरीजों ने अपनी भागीदारी निभाई।


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