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Saturday, February 22, 2025

वैदिक मंत्रों की गूंज के साथ संपन्न हुआ यज्ञोपवीत संस्कार

चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । बीते दिन श्री बलकेश्वरी देवी मंदिर के प्रांगण में वैदिक यज्ञोपवीत संस्कार का आयोजन किया गया। हिंदू संस्कृति के 16 संस्कारों में से एक अत्यंत पवित्र यज्ञोपवीत संस्कार को विधिवत रूप से संपन्न किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पंचांग पूजन व वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुई। संस्कार में दूर-दूर से आए बटुकों व उनके परिजनों ने भिक्षा कार्यक्रम में भाग लिया। साथ ही वेदारंभ व समावर्तन संस्कार भी किए गए। विद्यालय के प्रमुख आचार्य पूर्ण चंद्र शुक्ल ने यज्ञोपवीत संस्कार के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि यह संस्कार व्यक्ति के आध्यात्मिक एवं बौद्धिक उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कहा कि आज के युग में इस संस्कार की महत्ता

 यज्ञोपवीत संस्कार कराते पंडित

को समझना आवश्यक है, क्योंकि यह अनुशासन, ज्ञान एवं जीवन मूल्यों की शिक्षा प्रदान करता है। अंत में मां बलकेश्वरी देवी की आरती के साथ यह पावन आयोजन संपन्न हुआ। वहीं विद्यालय प्रबंध समिति की मुखिया श्रीमती ऐंदवी शुक्ला ने कहा कि एक साथ इतने बटुकों का यज्ञोपवीत संस्कार होते देखना अत्यंत अद्भुत एवं हर्षोल्लास का क्षण है। इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य अजय शुक्ला, आचार्य विमल शुक्ला एवं राम दत्त पाण्डेय समेत अन्य मौजूद रहे।


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