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Friday, February 7, 2025

सर्वस्व समर्पण कर देना होता है बलिदान : आचार्य

बबेरू क्षेत्र के कुचेंदू गांव में आयोजित हो रही श्रीमद् भागवत कथा का चौथा दिन

बबेरू, के एस दुबे । ग्राम कुचेंदू में द्विवेदी परिवार के द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस पर आचार्य अभिषेक शुक्ल ने कहा कि राजा बलि के समान सर्वस्व समर्पण कर देना ही बलिदान है। उसका अर्थ शिरच्छेद करना कदापि नहीं है। राजा बलि को उसके नाम की सार्थकता गुरुकृपा से प्राप्त हो गई। हमारे यहां शास्त्रों में बताया कि जीव का नामकरण सार्थक,भगवन्नाम से संवलित,सद्गुण संपृक्त,अक्षर द्वय या अक्षर चतुष्टय सम्पन्न हो, कृदन्त प्रत्ययान्त हो सम्भवतः इतना सूक्ष्मविचार अन्य सभ्यताओं में नहीं हैं। हमें स्वधर्म तथा संस्कृति के अनुरूप सन्तति का नामकरण करना चाहिए आज भी मनु दिलीप दशरथ राम लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, उमा, अपर्णा,सीता,

श्रीमद्भागवत कथा का बखान करते आचार्य अभिषेक 

राधा तथा रुक्मिणी इत्यादि नाम हमारी उदात्त ऐतिहासिक धार्मिक तथा सांस्कृतिक परम्परा के सूचक है। नामकरण में इसकी उपेक्षा असमीचीन है, नाम के गुण नामी को सत्कर्म के लिये उत्तेजित करते हैं। राजा बलि का उपाख्यान यह सिद्ध करता है कि व्यक्ति के सद्गुण ही उसे भगवत्प्रिय बनाते हैं। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आयोजक सरोज द्विवेदी रामकेश निषाद राज्यमंत्री अशोक मिश्र प्राचार्य रामनरेश मिश्र करपात्री,देवनाथ आदि उपस्थित रहे। इसी तरह अतर्रा कस्बे के लाल थोक बरम बाबा स्थान पर आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का गुरुवार को समापन हुआ। कथा वाचक अवधेश पांडेय ने अंतिम दिन कथा श्रवण के आध्यात्मिक लाभों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सात दिनों तक कथा सुनने वाले श्रोताओं को
मौजूद श्रोतागण

संपूर्ण कथा का पूर्ण लाभ प्राप्त होता है, जिससे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है। कथा के अंतिम दिन भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता पर आधारित सुदामा चरित्र की कथा का वर्णन किया गया, जिसे श्रद्धालुओं ने भावपूर्वक सुना। कथा समापन के उपरांत विधिपूर्वक हवन-पूजन का आयोजन किया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने यज्ञकुंड में आहुति देकर धर्म और शांति की कामना की। इस आयोजन में समिति के सदस्यों समेत कस्बे के बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। कथा सहयोगी महेंद्र चौरिहा ने बताया कि शुक्रवार दोपहर एक बजे से कन्या भोज और विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।


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