जसपुरा, के एस दुबे । कस्बा जसपुरा में सोमवार को माया के निज निवास में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में कथा व्यास पंडित रामाशीष जी ने अपने ओजस्वी वाणी से भक्तों को मोह लिया। कथा के दौरान उन्होंने कलयुग के प्रभावों और राजा परीक्षित के जीवन प्रसंगों पर गहराई से प्रकाश डाला। पंडित रामाशीष जी ने कहा कि जैसे पूरे शरीर का संचालन मस्तिष्क करता है, वैसे ही धर्म और संस्कार हमारे जीवन का मार्गदर्शन करते हैं। उन्होंने बताया कि कैसे कलयुग में मनुष्य को संयम और धर्म का पालन करते हुए जीवन जीना चाहिए। कथा के दौरान राजा परीक्षित
कथा श्रवण करते हुए श्रोता। |
द्वारा धनुष उठाने की घटना को विस्तार से समझाया गया, जिससे भक्तगण भावविभोर हो उठे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे और भक्ति भाव से कथा का रसपान किया। कथा के अंत में आरती और प्रसाद वितरण किया गया। श्रद्धालुओं ने इस पावन आयोजन के लिए आयोजकों का धन्यवाद किया और धर्ममय वातावरण में आनंद की अनुभूति की।कथा भागवत में उपस्थित चक्रपाणि अवस्थी,मुन्ना महराज, देवेन्द्र महराज,आदि महिलाए उपस्थित रहे।
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