चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के एक्शन प्लान में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चित्रकूट ने आज न्याय व अधिकारों की पहुंच को और सशक्त बनाने की दिशा में दो अहम कार्यक्रम किए गए। कार्यक्रम का नेतृत्व सचिव सुश्री वर्णिका शुक्ला द्वारा अध्यक्ष/जिला जज राकेश कुमार त्रिपाठी के निर्देशन में किया गया। पहला कार्यक्रम जिला कारागार चित्रकूट में हुआ, जहाँ महिला बैरकों का निरीक्षण किया गया। निरुद्ध महिलाओं को निःशुल्क अधिवक्ता, जेल अपील, और लीगल एड क्लीनिक की कार्यप्रणाली की जानकारी दी गई। विशेष रूप से 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के बंदियों से वार्ता कर उनकी समस्याओं पर ध्यान केंद्रित किया गया। जिन बंदियों की जमानत हो चुकी है पर रिहाई शेष है, उनके केस की त्वरित कार्यवाही पर बल दिया गया। सचिव सुश्री शुक्ला ने बंदियों को बताया कि विधिक सेवा प्राधिकरण तीन स्तरों पर काम करता है-राष्ट्रीय, राज्य और जिला- तथा
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| जिला कारागार के निरीक्षण एवं विधिक साक्षरता शिविर पर मौजूद अधिकारीगण |
जरूरतमंदों को बिना किसी शुल्क के न्याय की मदद दी जाती है। इस मौके पर जेल अधीक्षक शशांक पाण्डेय, जेलर संतोष कुमार वर्मा, मुख्य न्याय रक्षक गया प्रसाद निषाद, व अन्य सुरक्षा अधिकारी मौजूद रहे। वहीं दूसरा शिविर पुरानी बाजार कर्वी में वनांगना सामाजिक संस्था के सहयोग से महिलाओं के लिए किया गया। इसमें महिलाओं को कानूनी अधिकार, सरकारी योजनाएं, और आत्मनिर्भरता के रास्ते समझाए गए। उन्हें प्रेरित किया गया कि संघर्षों को पीछे छोड़कर वे अपने हक की लड़ाई लड़ें। कार्यक्रम में अनिल श्रीवास्तव, अवधेश गुप्ता, व वनांगना संस्था के कार्यकर्ता मौजूद रहे।


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