शास्त्री नगर में आयोजित किया गया निरंकारी सत्संग
बांदा, के एस दुबे । संत निरंकारी सत्संग भवन शास्त्री नगर में सतगुरु बाबा हरदेव सिंह महाराज की स्मृति में समर्पण दिवस पर विशाल सत्संग का आयोजन किया गया। समर्पण दिवस के अवसर पर शहर के अलावा हमीरपुर, झांसी, ललितपुर, मऊरानीपुर, महोबा, चित्रकूट, बबेरू आदि ब्रांचों में सत्संग कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें सैकड़ों निरंकारी परिवारों ने शामिल होकर बाबा हरदेव सिंह के प्रति अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। सत्संग समाप्ति के बाद सभी भक्तों ने लंगर प्रसाद ग्रहण किया। इसी क्रम में दिल्ली में संत निरंकारी मिशन द्वारा समर्पण दिवस के अवसर पर युगदृष्टा बाबा हरदेव सिंह महाराज की पुण्य स्मृति में एक आध्यात्मिक वर्चुअल संत समागम का आयोजन किया गया। सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज और निरंकारी राजपिता जी के दिव्य सान्निध्य
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| वर्चुअल संबोधन सुनते निरंकारी भक्त। |
में आयोजित इस समागम में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन सहभागिता की। समर्पण दिवस के अवसर पर सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने वर्चुअल सत्संग में श्रद्धालुओं को संबोधित किया कि सतगुरु बाबा हरदेव सिंह जी महाराज का जीवन हर क्षण प्रेम, त्याग, सेवा और शिक्षाओं से परिपूर्ण था। ऐसा ही भक्ति समर्पण वाला जीवन हम सभी का हो यह समर्पण केवल शब्दों तक सीमित न रहे, बल्कि जीवन के व्यवहार में उतरे। सतगुरु माता ने स्पष्ट किया कि सच्चा आदर और प्रेम केवल वाणी से नहीं, बल्कि कर्मों से प्रकट होता है। यदि हम
बाबा जी की शिक्षाओं को केवल सोशल मीडिया तक सीमित रखते हैं, तो वह सच्चा समर्पण नहीं। समर्पण का वास्तविक रूप तभी प्रकट होता है जब हम अपने भीतर झांकें और आत्म-विश्लेषण करें क्या हम वास्तव में विनम्रता, क्षमा और प्रेम जैसे गुणों को जी रहे हैं? उन्होंने अपने जीवन के हर पहलू पर साध संगत को महत्ता दी।



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