हिंदुओं को एकजुट करने के लिए प्रयत्नशील, हिंदू आचार संहिता भी लिखी
प्रोफेसर रामनारायण को बांदा गौरव सम्मान से नवाजा गया
बांदा, के एस दुबे । बुन्देलखण्ड के गौरव प्रो्र रामनारायण द्विवेदी को बांदा गौरव सम्मान से सोमवार को सम्मानित किया गया, जिसमें नगर के जनप्रतिनिधियों सहित प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति रही।नगर के विशिष्ट शिक्षाविद उद्योगपति, साहित्यकार, जनप्रतिनिधियों ने कहा कि प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी ने बांदा का सम्मान बढ़ाया। संस्कृत तथा संस्कृति की रक्षा में जनपदवासियों में प्रसन्नता का माहौल है। रामनारायण द्विवेदी राष्ट्रीय महामंत्री श्री काशी विद्वत्परिषद्, अध्यक्ष संस्कृत भारती काशी प्रांत, महामंत्री उत्तर प्रदेश नागकूप शास्त्रार्थ समिति हैं। देश अनेकानेक विश्वविद्यालयों में एकेडमीक कौंसिल सदस्य हैं। इन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त है। अनेक राज्यों
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| प्रोफेसर रामनारायण को बांदा गौरव सम्मान से सम्मनित करते अतिथि। |
के महामहिम राज्यपालों द्वारा विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किए गए। कई सूबों के मुख्यमंत्रियों द्वारा विभिन्न पुरस्कारों से पुरस्कृत किया गया। आध्यात्मिक एवं धार्मिक चेतना पर विशेष अभियान चलाकर हिन्दुओं को एकजुट करने में सदा प्रयत्नशील हैं। प्रोफेसर ने हिंदू आचार संहिता लिखी है जो पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। वह मूलरूप से जनपद बांदा के अछरौड गांव के निवासी हैं। वह वर्तमान में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में प्रोफेसर हैं। उन्होंने अनेक ग्रंथों का सम्पादन और लेखन किया। अनेकानेक शोध-पत्र प्राकशित है।
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