बांदा, के एस दुबे । रिक्रूट आरक्षियों को एएसपी के द्वारा भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की जानकारी देने के साथ अपराध नियंत्रण से सम्बंधित आवश्यक टिप्स दिए। पुलिस लाइन में अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे रिक्रूट आरक्षियों को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) के महत्वपूर्ण प्रावधानों पर विस्तृत जानकारी दी गई। जिसमें नई संहिता के अद्यतन प्रावधानों, प्रक्रियाओं तथा आधुनिक पुलिसिंग की आवश्यकताओं पर आवश्यक टिप्स दिए। अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने रिक्रूट आरक्षियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता में आपराधिक न्याय प्रणाली को अधिक पारदर्शी,सरल और प्रभावी बनाने हेतु अनेक महत्वपूर्ण बदलाव शामिल किए गए हैं।इसलिए यह आवश्यक है कि प्रत्येक पुलिसकर्मी इन
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| रिक्रकूट आरक्षियों को संबोधित करते हुए एएसपी शिवराज। |
प्रावधानों को भली-भाँति समझे और इन्हें व्यावहारिक रूप से लागू करने में दक्ष हो। प्रशिक्षण के दौरान गिरफ्तारी एवं जमानत संबंधी संशोधित प्रावधानों,मामलों की समयबद्ध व वैज्ञानिक जांच,महिला व बच्चों से जुड़े प्रकरणों में संवेदनशीलता आधारित कार्यवाही,डिजिटल सबूतों के संरक्षण एवं उपयोग तथा पुलिस की जवाबदेही एवं व्यवहार संहिता जैसे बिंदुओं के बारे में जानकारी दी गई। रिक्रूट आरक्षियों को बताया गया कि नई संहिता के तहत तकनीक का उपयोग बढ़ेगा। इसलिए डिजिटल रिकॉर्डिंग,ऑनलाइन रिपोर्टिंग और तकनीकी उपकरणों के सही उपयोग का कौशल आवश्यक है। अपर पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि कानून का ज्ञान फील्ड में व्यवहारिक उपयोग के लिए अधिक महत्वपूर्ण है। प्रत्येक पुलिसकर्मी को जनता के साथ संवाद करते समय संवेदनशीलता,धैर्यता और सदाचार व्यवहार का पालन करना चाहिए। उन्होंने रिक्रूट आरक्षियों को निर्देश दिया कि वह संहिता के प्रावधानों का गंभीरता से अध्ययन करें और पुलिस सेवा के दौरान इनका शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित करें।


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