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Friday, December 26, 2025

शोध, नवाचार व अकादमिक गुणवत्ता को नई दिशा देते हैं राष्ट्रीय सम्मेलन

केसीएनआईटी ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट में आईसीआईएसईएमपीई अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ आयोजन

बांदा, के एस दुबे । राष्ट्रीय सम्मेलन शोध, नवाचार व अकादमिक गुणवत्ता को नई दिशा देते हैं। शोध तभी प्रभावी होता है जब वह समाज और शिक्षा प्रणाली से जुड़ा हो। यह बात केसीएनआईटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में आयोजित आईसीआईएसईएमपीई अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कही। केसीएनआईटी ग्रुप चेयरमैन अरुण कुमार निगम के संरक्षण में आयोजन हुआ। सम्मेलन को संबोधित करते हुए डॉ. रेशु गुप्ता, संस्थापक कॉन्फ्रेंस वर्ल्ड एवं विभागाध्यक्ष व डीन, आरकेजीआईटीएम ने कहा कि इस प्रकार के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन शोध, नवाचार एवं अकादमिक गुणवत्ता को नई दिशा देते हैं। वहीं डॉ. अतुल कुमार शर्मा, सीईओ आईएसआरएचई एवं कॉन्फ्रेंस वर्ल्ड ने गुणवत्ता आधारित शोध, प्रकाशन एवं वैश्विक अकादमिक सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। प्रो. (डॉ.) पीके चौधरी, निदेशक, जेबी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, देहरादून ने तकनीकी शिक्षा में अनुसंधान व कौशल विकास को वर्तमान समय की प्रमुख आवश्यकता बताया। डॉ. प्रवीन

सम्मेलन में मौजूद अतिथि व छात्र-छात्राएं।

कुमार, प्रोफेसर, दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, दिल्ली ने कहा कि शोध तभी प्रभावी होता है, जब वह समाज और शिक्षा प्रणाली से जुड़ा हो। कार्यक्रम में डॉ. मनोज सिंह, सहायक प्राध्यापक तथा डॉ. शैलेन्द्र बादल, विभागाध्यक्ष (एप्लाइड साइंस एवं ह्यूमैनिटीज), राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज ने उच्च शिक्षा में नवाचार, मूल्यपरक शिक्षा एवं शोध संस्कृति पर अपने विचार साझा किए। सम्मेलन के दौरान मुख्य व्याख्यान सत्र, तकनीकी सत्र व शोध पत्र प्रस्तुतिकरण आयोजित किए गए, जिनमें देश-विदेश से आए शोधार्थियों ने इंजीनियरिंग, प्रबंधन, फार्मेसी व शिक्षा से जुड़े विषयों पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। तकनीकी सत्रों में विशेषज्ञों द्वारा शोध पत्रों पर सार्थक चर्चा की गई। कार्यक्रम के मध्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने आयोजन को और आकर्षक बना दिया। समापन सत्र में आयोजन सचिव डॉ. प्रशांत द्विवेदी ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों एवं आयोजन समिति के सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। सम्मेलन का संचालन एंकर सपना सिंह और अंकिता ने किया।


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